मलेरकोटला (पंजाब) : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तानी राग अलापते हुए कहा कि वह पाकिस्तान के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि वहां की सरकार और सेना के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि आजादी से पहले पटियाला की लगभग 40 फीसदी आबादी मुस्लिम थी और उनमें से ज्यादातर पाकिस्तान चले गए. उन्होंने 2004 में पंजाब के मुख्यमंत्री तौर पर पाकिस्तान यात्रा के दौरान मिले अभिनंदन और सम्मान को भी याद किया.
पंजाब में पार्टी की ओर से मलेरकोटला के प्रत्याशी फरजाना आलम और अमरगढ़ से सरदार अली के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उनके शासकों और सेना के खिलाफ हैं जो भारत में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं और सीमाओं पर भारतीय सैनिकों की जान ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह विधानसभा चुनाव पंजाब के भविष्य का फैसला करने वाले हैं, क्योंकि राज्य कई चुनौतियों का सामना कर रहा है जिसका सामना केवल डबल इंजन वाली सरकार द्वारा किया जा सकता है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि आजादी से पहले पटियाला की लगभग 40 फीसदी आबादी मुस्लिम थी और उनमें से ज्यादातर पाकिस्तान चले गए. उन्होंने याद किया कि 2004 में पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी यात्रा के दौरान पड़ोसी देश में किस तरह उनका अभिनंदन और सम्मान किया गया था. उन्होंने कहा कि मैं दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों के पक्ष में हूं, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और उनकी सेना भारत के प्रति अत्यधिक शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं जो अस्वीकार्य है.
पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी के मुख्यमंत्री का उम्मीदवार इसलिए बनाया, क्योंकि वह एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं. अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि चन्नी सैकड़ों करोड़ की संपत्ति के साथ चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर उम्मीदवारों में से हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे भी केवल गरीब होना आपको मुख्यमंत्री बनने के योग्य नहीं बनाता.
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पंजाब के लोगों से अपने बेहतर भविष्य के लिए पीएलसी उम्मीदवारों को चुनने की अपील करते हुए सिंह ने उन्हें याद दिलाया कि यह उनकी सरकार थी, जिसने मलेरकोटला को एक जिला बनाया और यहां एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की भी घोषणा की. सिंह ने वादा किया कि राज्य में भाजपा-पीएलसी-शिअद (संयुक्त) की सरकार बनने के बाद शहर में एक विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा.