मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा अंतर्गत चुरगी गांव में मलेरिया से दो बच्चों की मौत के बाद शनिवार को मेडिकल टीम पहुंची. बीडीओ शक्ति कुंज और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार की अगुवाई में चुरगी गांव में मेडिकल कैंप लगाया गया. इस मौके पर बच्चों समेत 70 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गयी. मेडिकल जांच में 3 वयस्क और 8 बच्चों में मलेरिया के लक्षण पाये गये. 8 बच्चे कुपोषण के शिकार पाये गये. सभी को इलाज के लिए मनोहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जानकारी के मुताबिक मलेरिया से पीड़ित लोगों में मंजू चांपिया (31), सोहराय चांपिया (34) , जेमा चांपिया (22), स्वीटी चांपिया (6), फुलमनी लागुरी (8), मुगली लागुरी ( 11 ), डिंबा चांपिया ( 9 ), मंदरु चांपिया (6), संजय लागुरी (6) और करन चांपिया (4) शामिल हैं. इसके अलावा कुपोषण के शिकार होने वाले बच्चों में नमिता लागुरी (2), रानी लागुरी (2 ), रंदाय लागुरी (1), अमरजीत लागुरी (नौ माह), बहामुनी लागुरी (2), रघुनाथ लागुरी (नौ माह) और सरीना चांपिया (4) शामिल हैं. इस मौके पर बीडीओ शक्ति कुंज ने गांव के जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण किया. उन्होंने लोगों से स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की बात कही.
मामले की सूचना मिलने पर शनिवार को विभाग की ओर से चुरगी गांव में मेडिकल कैंप लगाया गया. 70 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गयी. इसमें 11 लोगों में मलेरिया के लक्षण पाये गये हैं. 8 बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. सभी को सीएचसी लाया गया है. ग्रामीणों से कहा गया है कि किसी तरह की बीमारी पर मरीज को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल लायें.
डॉ. अनिल कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, मनोहरपुर सीएचसी
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