वेब सीरीज-चमक
निर्माता और निर्देशक-रोहित जुगराज
कलाकार-परमवीर सिंह चीमा, सुखविंदर विक्की, ईशा तलवार, गिप्पी ग्रेवाल, मुकेश छाबड़ा,मनोज पाहवा और अन्य
प्लेटफार्म- सोनी लिव
रेटिंग- तीन
पंजाबी म्यूजिक की धूम देश ही नहीं विदेशों तक है. पंजाबी म्यूजिक के इसी समृद्ध और स्याह दोनों पहलूओं को निर्देशक रोहित जुगराज की वेब सीरीज चमक सामने लेकर आती है. यह रोमांचक थ्रिलर फ़िल्म मूल रूप से बदले की कहानी है, लेकिन इसे कहा उम्दा संगीत और बाकमाल कलाकारों की अदाकारी से कहा गया है. जो इस सीरीज की असली चमक हैं.
बदले की है यह कहानी
इस फ़िल्म की कहानी काला (परमवीर सिंह चीमा) की है. जो कनाडा में अपने चाचा के साथ रह रहा है. वह अपने चाचा को अपना पिता समझता है ,इसके साथ ही वह इस सच से भी अनजान है कि उसके बचपन में भारत में उसके माता – पिता का क़त्ल कर दिया गया था. हालात कुछ ऐसे बनते हैं कि कनाडा की पुलिस काला के पीछे पड़ जाती है. कनाडा पुलिस से पीछा छुड़वाने के लिए डंकी की मदद से वह कनाडा से भारत आता है और उसे यहां पर अपनी सच्चाई का पता चलता है. काला को संगीत विरासत में मिली है. वह हमेशा से एक मशहूर सिंगर बन्ना चाहता है ,अपनी उसी खूबी को वह अपने पिता के क़ातिलों तक पहुंचने का ज़रिया बनाता है. दोस्त ,आंतकवादी या ऑनर किलिंग इनके बीच वह कातिल को तलाशता है, लेकिन यह सब आसान नहीं होने वाला है ,काला अपने पिता के क़ातिलों तक पहुंचने किसी भी हद तक गुज़र सकता है. किसी को भी धोखा दे सकता है. किसी का दिल तोड़ सकता है. काला की इसी जर्नी को चमक के पहले भाग में दर्शाया गया है. कहानी अभी बाक़ी है मेरे दोस्त दूसरे सीजन के लिए छोड़ा गया है.
यह एक रिवेंज ड्रामा है ,जिसका बैकड्रॉप पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री है. यह सीरीज को रोचक बनाता है. यह पहला मौक़ा है ,जब एक साथ पंजाबी गीत संगीत से जुड़े लोगों ने किसी एक वेब सीरीज से जुड़े हैं. इस वेब सीरीज में २८ से अधिक अलग- अलग मूड के गाने हैं। जो इस सीरीज को एक अलग ही लेवल पर ले जाते हैं. कई बार वह किरदारों और कहानी को भी प्रभावी बनाते हैं. इस सीरीज की सबसे अहम यूएसपी है. फ़िल्म की कहानी अतीत और वर्तमान के ज़रिए कही गयी है. कहानी १९९९ में जाती है और फिर २०२३ में आती है. ज़्यादातर फ़ोकस २०२३ में ही किया गया है. कहानी की थीम डार्क है ,लेकिन किरदारों की मस्ती मजाक से मूड को लाइट रखने की कोशिश की गई है. शुरुआत में कहानी स्लो चलती है,सेकेंड एपिसोड से कहानी रफ़्तार पकड़ती है.अल्फा मेल की छाप काला के किरदार में दिखता है ,जो अखरता है.
कमाल है सभी की अदाकारी
इस सीरीज की स्टारकास्ट कमाल की है. हर एक ने अपनी अदाकारी से इस शो को निखारा है. परमवीर सिंह चीमा ने अपने किरदार के हर शेड्स को बखूबी जिया है. सुखविंदर ने एक बार फिर अपने अभिनय से इस बात को साबित किया है कि क्यों उन्हें इस साल की अहम खोज में से एक करार दिया है. संगीत निर्माता के तौर पर मुकेश छाबड़ा ने बहुत ही रोचक तरीके से निभाया है. अक्सा और ईशा तलवार भी अपने रोल में जमी हैं. ईशा को कम स्क्रीन स्पेस मिला है उम्मीद है कि दूसरे सीजन में उन्हें ज्यादा स्क्रीन स्पेस मिलेगा. मनोज पाहवा और मोहित मल्लिक भी अपनी भूमिका में जंचते हैं. बाकी के सपोर्टिंग कास्ट भी इस सीरीज की चमक को अपने अभिनय से बढ़ाते हैं.