Chandra Grahan 2021: इस साल कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर को पड़ रही है. यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार एक शुभ अवसर है और इस अवसर पर लोग पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाने के साथ कई अन्य तरीकों से भी भगवान का पूजन करते हैं. कहा जाता है कि इस दिन दान पुण्य का भी विशेष महत्त्व है. वर्ष 2021 में दो चंद्र ग्रहण का योग बना था. 19 नवंबर को साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण लग रहा है.
सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक, चंद्र ग्रहण- 3 घंटे, 28 मिनट और 23 सेकंड तक रहेगा, जो 2001 से वर्ष 2100 के बीच 100 वर्षों में किसी भी अन्य ग्रहण से अधिक लंबा होगा. नासा ने बताया है कि 21वीं सदी में पृथ्वी पर कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे.
भारत में इन इलाकों में दिखेगा चंद्रग्रहण
चंद्र ग्रहण केवल उन्हीं जगहों पर दिखाई देता है, जहां चंद्रमा आकाश के घेरे में यानी क्षितिज के ऊपर होता है. असम और अरुणाचल प्रदेश सहित भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को यह दिखाई दे सकता है. उत्तरी अमेरिका के लोगों को यह सबसे बेहतरीन दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण कैसा लगता है
विज्ञान के अनुसार चंद्र ग्रहण की स्थिति तब बनती है जब पूर्णिमा की तिथि को सूर्य और चंद्रमा की मध्य पृथ्वी आ जाती है. इसके चलते उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है, जिससे चंद्रमा का छाया वाले भाग पर अंधेरा छा जाता है. इस स्थिति में जब चांद को देखते हैं तो वह भाग काला दिखाई पड़ता है. इस स्थिति को चंद्र ग्रहण कहते हैं.
नहीं मान्य होगा सूतक काल
चूंकि यह चंद्र ग्रहण आंशिक होगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. वहीं कार्तिक पूर्णिमा होने से इस दिन लोग गंगा स्नान करते हैं, दीपदान-अन्न दान आदि करते हैं. यह आंशिक ग्रहण होने से वे ये सभी धार्मिक कार्य सामान्य तरीके से कर सकेंगे.
Posted By: Shaurya Punj