छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान सभी चीजों का नियमत: पालन करना होता है. छठ पूजा का पर्व सूर्य देव को समर्पित है, जो पृथ्वी पर जीवन का वरदान देते हैं. यह त्योहार भगवान सूर्य को धन्यवाद देने और कुछ इच्छाओं को पूरा करने के लिए कहने के लिए मनाया जाता है.
यह प्राचीन हिंदू वैदिक त्योहार विशेष रूप से बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल राज्यों के माघई लोगों, मैथिल और भोजपुरी लोगों द्वारा मनाया जाता है.छठ पूजा को सूर्य षष्ठी के रूप में भी जाना जाता है. किसी भी चीज को लेकर भूल-चूक की गुंजाईश नहीं होती है. 8 नवंबर को नहाय-खाय था और आज खरना है. आज से छठव्रती 36 घंटे का निरजला उपवास करेंगी.
छठ पूजा में क्या करें
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ठेकुआ और चावल की खीर जैसे प्रसाद तैयार करने से पहले सुनिश्चित करें कि आपके हाथ और पैर साफ हैं. हाथों को साफ पानी से धुलें.
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पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाले गेहूं को धोने और सुखाने में आपको उपवास रखने वाले भक्तों की सहायता करनी चाहिए और प्रसाद तैयार करते समय भी मदद करनी चाहिए.
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सूर्य देव को दूध और जल अर्पित करें और प्रसाद से भरे सूप से छठी मैया की पूजा करें.
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रात्रि में व्रत कथा सुनें और धार्मिक गीत गाएं.
छठ पूजा में क्या ना करें
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घर की सफाई और स्नान करने से पहले छठ पूजा की तैयारी न करें
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छठ पूजा के दिनों में लहसुन, प्याज और मांसाहारी भोजन का प्रयोग न करें
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घर की सफाई और स्नान करने से पहले छठ पूजा की तैयारी न करें.
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छठ पूजा के दिनों में लहसुन, प्याज और मांसाहारी भोजन का प्रयोग न करें.
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प्रसाद में साधारण नमक का प्रयोग न करें.
Posted By: Shaurya Punj