Chhath Puja 2022: रामगढ़ जिला अंतर्गत रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिके मंदिर के पश्चिमी छोर में स्थापित सूर्य मंदिर छठव्रतियों के लिए आस्था का केंद्र है. छठ पूजा के बाद यहां व्रतियों द्वारा भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना की जाती है. सूर्य मंदिर में रथ को खींचते सात हरे रंग के घोड़े पर सवार भगवान सूर्य की प्रतिमा स्थापित है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है. छठ महापर्व को देखते हुए मंदिर में आकर्षक रंग-रोगन किया गया है. छठव्रतियों का मानना है कि सिद्धपीठ स्थित भगवान सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना छठ करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है. इसका निर्माण कुमुद प्रीता ट्रस्ट द्वारा 1985 में किया गया.
झारखंड समेत अन्य राज्यों से आते हैं छठव्रती
बता दें कि रजरप्पा स्थित भैरवी-दामोदर संगम स्थल पर झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों से बड़ी संख्या में छठव्रती पहुंचते हैं और यहां धूमधाम से छठ पर्व मनाते हैं. यहां अस्ताचलगामी एवं उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं.
मंदिर न्यास समिति द्वारा विशेष तैयारी
रजरप्पा मंदिर न्यास समिति द्वारा छठ महापर्व को लेकर यहां विशेष तैयारी की गयी है. इस संदर्भ में मंदिर के वरिष्ठ पुजारी असीम पंडा, शुभाशीष पंडा, सुबोध पंडा, रितेश पंडा, गुड्डू पंडा, लोकेश पंडा, पोपेश पंडा आदि पुजारियों ने बताया कि यहां के छठ घाटों की साफ-सफाई की गयी है. साथ ही दूर-दराज से पहुंचे छठव्रतियों के रहने के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है. ताकि इन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हो. इसके अलावे छठ घाटों में आकर्षक विद्युत सज्जा भी की जा रही है.
नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व शुरू
रजरप्पा कोयलांचल क्षेत्र में शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व शुरू हो गया है. शनिवार को छठव्रती अपने-अपने घरों में खरना पूजा करेंगे. जबकि क्षेत्र के विभिन्न छठ घाटों में रविवार को अस्ताचलगामी एवं सोमवार को उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे. छठपर्व को लेकर बाजारों और पूरे क्षेत्र में रौनक बढ़ गयी है.
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार, रजरप्पा, रामगढ़.