अनिल तिवारी, बंदगांव:
पश्चिमी सिंहभूम के बंदगांव और कराईकेला में छठ महापर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. सोमवार सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही 4 दिनों तक चले अस्था के इस महापर्व का समापन हो गया. अहले सुबह से ही छठ व्रतियों और उनके परिजनों का जमावड़ा घाट पर होने लगा था.
घाटों पर छठ मइया का गाना वातावरण को भक्तिमय बना रहे थे. पूजा के बाद छठी मइया के जयकारे गूंजने लगा. इस दौरान सुरक्षा के भी पुख्ता के इंतजाम थे. अरुण देव की लालिमा को निहारते हुए महिलाओं ने सुख समृद्धि की दुआ मांगी. इस दौरान परिवार के पुरुष सदस्यों ने भी छठव्रतियों को अर्घ्य दिलाने में बाखूबी साथ निभाया.
Also Read: झारखंड: विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना छठ पूजा, देखें तस्वीरेंवहीं, आसपास के इलाके से बड़ी संख्या में अन्य महिलाएं भी छठ देखने पहुंची थी. सूर्य देवता को अर्ध्य देने के पश्चात भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. बता दें कि चार दिवसीय इस महापर्व के तीसरे दिन यानी कि रविवार के दोपहर से ही छठ घाटों पर व्रत करने वाली महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी.
सभी महिलाएं गाजे बाजे के साथ घाटों पर पहुंची थी. कुछ देर पानी में खड़े होने के बाद शुभ मुहूर्त में अस्ताचलगामी सूर्य को महिलाओं ने अर्घ्य दिया. नदी और तालाब के तट पर बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची. छठ घाटों पर भीड़ इतनी थी कि पैदल चलना मुश्किल हो गया था.