Gorakhpur: सीएम योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर आज गोरखपुर पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री ने पिपरी, भटहट स्थित आयुष विश्वविद्यालय में ओपीडी सेवा का शुभारंभ किया. अपना संबोधन भी दिया. मुख्यमंत्री योगी ने मंच से अपने संबोधन में कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति सिर्फ सम्पूर्ण आरोग्यता के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि आयुष हेल्थ टूरिज्म में रोजगार की असीम संभावनाएं भी हैं. इसपर गंभीरता से ध्यान दिया जाए तो प्रदेश के इस पहले आयुष विश्वविद्यालय के आसपास हर गांव और घर-घर को रोजगार से जोड़ा जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि टूरिज्म के अनेक अवसरों में महत्वपूर्ण अवसर हेल्थ टूरिज्म में भी है. आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में अत्यधिक संभावनाएं हैं. आयुष विश्वविद्यालय हेल्थ टूरिज्म में नए अवसर देगा. यहां सर्टिफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री के कोर्स चलेंगे. युवाओं को प्रशिक्षण मिलेगा. घर-घर आयुष के नए-नए कार्य मिल सकेंगे. यहां अच्छी मिट्टी, पानी के साथ ही बड़ा जंगल भी है. यहां के आयुष हेल्थ टूरिज्म से जुड़ने पूरी दुनिया आएगी.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय से किसानों की खुशहाली और नौजवानों के लिए नौकरी-रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा. लोग आसपास उगने वाली जड़ी बूटियों का संग्रह कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे. किसानों को औषधीय खेती से ज्यादा फायदा मिलेगा. आयुष विश्वविद्यालय व्यापक पैमाने पर रोजगार और सकारात्मक परिवर्तन का कारक बनेगा. कोई जड़ी बूटियों के संग्रह से जुड़ेगा, कोई औषधीय पौधों की खेती से जुड़ेगा, कोई नौकरी व दुकानदारी से जुड़कर आगे बढ़ेगा.
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन व प्रेरणा से उत्तर प्रदेश एक जिला एक मेडिकल कॉलेज का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में बढ़ चला है. पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में सिर्फ गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था. कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बिहार और नेपाल तक के लोग बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही आते थे.
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मुख्यमंत्री ने आगे कहा जनता ने अच्छी सरकार चुनी तो परिणाम सबके सामने है. जो बीआरडी मेडिकल कॉलेज बंदी की कगार पर था, आज वहां सुपर स्पेशियलिटी सेवा उपलब्ध है. गोरखपुर में एम्स भी स्थापित हो गया है. देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं. महराजगंज और संतकबीरनगर में मेडिकल कॉलेज बनने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. आने वाले समय में प्रदेश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा.
रिपोर्टः प्रदीप तिवारी