UP Election 2022: उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बज गया है. आदर्श आचार संहिता की घोषणा होते ही वाराणसी कमिश्नरेट और ग्रामीण पुलिस के अधिकारी सड़कों पर उतर गए हैं. प्रमुख चौराहों पर लगे तमाम राजनीतिक पार्टियों के बैनर-होर्डिंग और पोस्टर को हटाना शुरू कर दिया गया है.
वाराणसी पुलिस और नगर निगम के कर्मचारी भी पुलिस के साथ शहर के सार्वजनिक स्थलों पर लगे राजनैतिक पोस्टर और बैनर उतरवाना शुरू कर दिया है, देखते ही देखते पूरे शहर की पुलिस सड़कों पर नगर निगम के कर्मचारियों सहित दिखाई देने लगे हैं.
दरअसल, चुनाव आयोग देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कुछ नियम बनाता है. इन्ही नियमों का आचार संहिता कहते हैं. चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही प्रदेश में कई चीजों पर प्रतिबंध लग गया है. इसके तहत अधिकारियों के तबादले पर रोक लगने के साथ ही प्रदेश में 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली और पदयात्रा पर रोक लगा दी गई है.
प्रदेश में अब किसी तरह की लोक-लुभावनी योजना की घोषणा नहीं की जा सकती है. प्रदेश सरकार भी अब किसी भी तरह की घोषणा को चुनाव आयोग की मुहर के बिना घोषित नहीं कर सकती है.
उधर, अचानक सड़कों पर पुलिसकर्मियों के उतरने से लोगों ने कहा कि पुलिस अब कानून-व्यवस्था को लेकर सतर्क रहेगी. जगह-जगह राजनीतिक परिचर्चा तेज हो गई है.
उत्तर प्रदेश में 14 जनवरी से नामांकन शुरू होगा. पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को, दूसरे चरण का 14 फरवरी को, तीसरे चरण का 20 फरवरी, चौथे चरण का 23 फरवरी, पांचवें चरण का 27 फरवरी, छठे चरण का तीन मार्च, सातवें चरण का मतदान सात मार्च को होगा.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का परिणाम 10 मार्च को सामने आएगा. इस दिन पता चलेगा कि यूपी में किसकी सरकार बनने वाली है.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि यूपी में 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली, रोड शो, नुक्कड़ सभा नहीं होगी. सियासी दल वर्चुअल तरीके से प्रचार करेंगे.
(फोटो रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी)