देश के चार फीसदी ए प्लस प्लस ग्रेडिंग वाले विश्वविद्यालय में शुमार होने के बाद छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) अब महाविद्यालयों को भी नैक ग्रेडिंग कराने के लिए तैयार करेगा. विवि की आईक्यूएसी की टीम विवि संबद्ध महाविद्यालयों को चिन्हित कर उन्हें नैक ग्रेडिंग के लिए प्रशिक्षित करेगी. निशुल्क प्रशिक्षण देने वाला सीएसजेएमयू प्रदेश का पहला विवि होगा. नैक ग्रेडिंग मिलने से महाविद्यालयों में रिसर्च का स्तर बढ़ेगा. विवि ने पांच साल की मेहनत के बाद नैक में सीधे पांच ग्रेड की छलांग लगाई है. विवि की पहले बी ग्रेड थी. विवि टीम की मेहनत के बाद नैक ने अब सर्वोच्च ए प्लस प्लस ग्रेड दी है. ग्रेड मिलने से उत्साहित विवि कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने महाविद्यालयों को भी नैक ग्रेडिंग कराने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया है. इसके तहत विवि नैक ग्रेडिंग के योग्य महाविद्यालयों को चिन्हित करेगा. फिर इन महाविद्यालयों को प्रशिक्षित कर डाटा फीडिंग कराएगा. इससे महाविद्यालयों को बेहतर ग्रेड मिल सके. जल्द विवि एक कमेटी का गठन करेगा, जो आईक्यूएसी के निर्देशन में कॉलेजों का सत्यापन कर टीम को प्रशिक्षित करेगी.
आईक्यूएसी, सीएसजेएमयू के निदेशक प्रो० संदीप कुमार सिंह ने बताया कि विवि से 617 महाविद्यालय संबद्ध हैं. इसमें कई महाविद्यालय नैक मूल्यांकन कराने के लिए तैयारी कर रहे हैं. इन महाविद्यालयों की डाटा फीडिंग कराने के साथ टीम को प्रशिक्षित किया जाएगा. विशेष कार्यशाला व शिविर आयोजित किए जाएंगे. जल्द कुलपति के निर्देश पर टीम गठित कर प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा.
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● कानपुर नगर 23
● कानपुर देहात 02
● इटावा 04
● औरैया 02
● उन्नाव 01
● फर्रुखाबाद 03
● कन्नौज 01
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में विषम सेमेस्टर परीक्षाएं नौ दिसंबर, शनिवार से शुरू हो गई है. परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने के लिए विवि प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. उड़नदस्ते के सदस्य परीक्षा केंद्रों में छापेमारी करेगा तो सीसीटीवी कैमरे की मदद से विवि के कंप्यूटर सेंटर में बने नोडल केंद्र से ऑनलाइन निगरानी की जाएगी. 617 महाविद्यालयों के पांच लाख छात्र-छात्राओं के लिए 411 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.विवि की ओर से 56 नोडल केंद्रों में उत्तरपुस्तिकाओं पहुंचा दी गई हैं.