पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से राज्य के संशोधनागार मंत्री अखिल गिरि पर गंभीर आरोप लगाये हैं. शुभेंदु अधिकारी ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि राज्य के मंत्री ने राज्यपाल के खिलाफ विवादित टिप्पणी की है. इसे लेकर श्री अधिकारी ने राज्यपाल को पत्र लिख कर मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. हालांकि, प्रभात खबर ने उक्त वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है. हालांकि, इससे पहले अखिल गिरि ने देश की राष्ट्रपति के खिलाफ भी अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके लिए स्वयं मुख्यमंत्री ने माफी मांगी थी. शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मांग की है कि संशोधनागार मंत्री के खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए.
शुभेंदु ने अखिल गिरि की टिप्पणियों के विरोध में बोस को पत्र लिखा है. विपक्ष के नेता ने लिखा, ‘राज्यपाल को तुरंत पश्चिम बंगाल सरकार को सलाह देनी चाहिए कि जेल मंत्री अखिल को तुरंत उनके पद से हटा दिया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि अपमानजनक टिप्पणी के लिए राज्यपाल को उनको खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. शुभेंदु ने पत्र में यह भी बताया कि अखिल ने पहले भी राष्ट्रपति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी.
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गौरतलब है कि मंत्री अखिल के अनुरोध के बावजूद राज्यपाल ने पूजा का उद्घाटन नहीं किया था. इसके बजाय आनंद बोस राममोहन सम्मेलनी की पूजा में गए और कुणाल की उपस्थिति में अष्टमी की अंजलि दी. राज्यपाल के बारे में अपनी टिप्पणी के बारे में अखिल गिरि का कहना है मैंने कहा कि राज्यपाल और कुणाल घोष के बीच संबंध अच्छे हैं. तो राज्यपाल अपने पड़ोस में पूजा देखने गये. इसमें कोई विवाद नहीं है. वहीं विपक्षी दल के नेता द्वारा अपने खिलाफ राज्यपाल को लिखी गई चिट्ठी को लेकर जेल मंत्री ने कहा, ”मुझे नहीं पता कि किसने राज्यपाल को क्या चिट्ठी लिखी. इसलिए मैं उन मुद्दों पर कोई जवाब नहीं दूंगा.
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