Aligarh : जिले में पहुंचे क्रिकेटर रिंकू सिंह ने कहा कि मैं बहुत ही गरीब फैमिली से आता था. लेकिन सच्चे दिल से मेहनत किया. तो ऊपर वाला भी साथ दिया. उन्होंने आगे कहा की अपने बच्चों को खेलने दें. क्रिकेटर रिंकू सिंह महुआ खेड़ा में अलीगढ़ प्रीमियर लीग के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे. रिंकू यहां निजी स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल भी बनवा रहे हैं.
जहां रिंकू ने 50 लाख से ज्यादा रुपया इन्वेस्ट किया है. अलीगढ़ प्रीमियर लीग पर रिंकू सिंह के महुआ खेड़ा स्टेडियम पहुंचने पर लोगों ने स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने छक्के और चौका कैसे लगाए. इस पर बारीकी से अपना पक्ष रखा. लोगों ने उन्हें इंडिया क्रिकेट टीम में जल्द शामिल होने की शुभकामनाएं भी दी.
अलीगढ़ प्रीमियम लीग शुभारंभ पर जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि महुआ खेड़ा में जो स्टेडियम और हॉस्टल की नींव रखी गई है. इससे जो बच्चे अच्छे निकलेंगे. वह अपने जिले का नाम देश-विदेश में कमाएंगे. उन्होंने कहा कि देखने में जरूर लगता है कि छोटी जगह है पर सभी सुविधाओं से सुसज्जित है.
आईपीएल का स्टार खिलाड़ी रिंकू इसी छोटी सी जगह में वाले ग्राउंड से खेल कर आगे बढ़ा है. इन्हीं छोटी-मोटी सुविधाओं को जोड़कर उन्होंने अपना नाम देश और विदेश में पैदा किया है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार का भी सपना है कि खेलो इंडिया के माध्यम से युवाओं को प्रोत्साहन और प्रतिभाओं को निखारें. उन्होंने कहा कि खेल में आज युवा कैरियर भी बना रहे हैं. जो देश, समाज और परिवार का नाम रोशन कर रहे हैं.
रिंकू सिंह के घर तक जाने वाला रास्ता टूटा होने के सवाल पर जिलाधिकारी ने कहा कि अभाव हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी है. जिस बीज को पृथ्वी से उगाना होता है वह न केवल अपना कवच तोड़ता है, बल्कि सूर्य की रोशनी पाने के लिए जमीन की कोख को भी खोदता है. तब बाहर निकलता है. उन्होंने कहा कि जो बहुत सुविधा संपन्न होते हैं. वहां से प्रतिभाएं नहीं निकलती है. जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए तकलीफों का होना जरूरी है.
कोई भी प्रतिकूल परिस्थिति प्रतिभावान बच्चे को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती. उन्होंने कहा कि रिंकू स्वयं इसका उदाहरण है. अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा स्रोत है. जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने कहा रिंकू सिंह जैसी प्रतिभा समाज से जूझ कर ही निकली है. परिस्थितियां कैसी भी हो, अच्छी हो बुरी हो अगर हममें प्रतिभा है तो जूझते हुए अपना मुकाम हासिल करते हैं.
रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़