गांडेय प्रखंड मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर स्थित टिकुआदह और अहिल्यापुर व बुधुडीह पंचायत की सीमा पर स्थित जंतवा पहाड़ी, दासडीह पंचायत के चपरा में चट्टानों से घिरा जंगल और ताराटांड़ स्थित बराकर नदी तट की हरी-भरी वादियां ग्रामीणों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. यहां नववर्ष के अवसर पर पिकनिक मनाने लोगों की भीड़ उमड़ती है.
गांडेय प्रखंड मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर अहिल्यापुर व बुधुडीह पंचायत की सीमा पर स्थित जंतवा पहाड़ी न सिर्फ पत्थर के बने सामान के लिए वरन पिकनिक स्पॉट के लिए भी प्रसिद्ध है. जंतवा पहाड़ी व इससे सटी छोटी नदी प्रकृति का अनुपम दृश्य प्रस्तुत करती हैं. नववर्ष पर यहां आसपास के ग्रामीणों की भीड़ जुटती है. लोग यहां पिकनिक मनाने के साथ जंतवा पहाड़ी के पत्थर से निर्मित जांता, लोरही-पाटी, ढेंकी आदि की खरीदारी भी करते हैं. जंतवा पहाड़ी गांडेय प्रखंड मुख्यालय से सात किलोमीटर उत्तर-पूर्व दलहडीह मोड़ से दो किलोमीटर पूर्व में है. यह अहिल्यापुर थाना से दो किलोमीटर दक्षिण में स्थित है.
गांडेय प्रखंड मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर दूर स्थित है टिकुआ दह. यह ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है. यहां स्थित गर्म पानी की डांडी और जंगल-जाड़ के बीच कल-कल करते झरना और खजूर के पेड़ों के बीच रमणीक स्थल लोगों को स्वत: अपनी ओर आकर्षित करता है.
गांडेय प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर पश्चिम में दासडीह पंचायत अंतर्गत चपरा जंगल सह चट्टानों से से भरी पहाड़ी काफी रमणीक स्थल है. दोनों ओर से जंगलों से घिरा और एक ओर से चट्टानों से सजी पहाड़ी लोगों को आकर्षित करती है.
नववर्ष के अलावा आम दिनों में भी लोग सुबह-शाम यहां घुमने आते हैं. यहां पेयजल की व्यवस्था का अभाव है. इसके बाद भी नये साल पर बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. गिरिडीह-गांडेय मुख्य मार्ग पर दासडीह शिव मंदिर से दक्षिण की ओर एक किलोमीटर की दूरी पर चपरा जंगल स्थित है. यह पहाड़ी गांडेय प्रखड मुख्यालय से दो किलोमीटर पूर्व में है.
रिपोर्ट : समशुल अंसारी, गांडेय