कानपुर में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, (CSJMU) से अब सीएस पेशेवर प्रबंधन व वाणिज्य विषय से पीएचडी कर सकेंगे. यह बात विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कही. इससे पहले विवि और इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) के बीच एक समझौता हुआ. इस समझौते के तहत शैक्षणिक व व्यावसायिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. विवि के सेंटर ऑफ एकेडमिक में हुए एक कार्यक्रम आयोजन के दौरान विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक और आईसीएसआई के केंद्रीय परिषद सदस्य सीएस सुरेश पांडेय के बीच एमओयू हुआ. समझौते के समय रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव, डीन प्रशासन प्रो. सुधांशु पाण्डिया, प्रो. अंशू यादव मौजूद रहे.
वहीं प्रो. सुधांशु पाण्डिया ने बताया कि पाठ्यक्रम विकास, अनुसंधान पहल, संकाय विनिमय कार्यक्रम और संयुक्त सेमिनार व सम्मेलन का आयोजन होगा. प्रो.पाठक ने कहा कि विवि के छात्रों को आईसीएसआई के संसाधनों, विशेषज्ञता और उद्योग अंतर्दृष्टि तक पहुंच के माध्यम से कॉर्पोरेट प्रशासन, कानूनी अनुपालन और कॉर्पोरेट सचिवीय प्रथाओं में समझ बढ़ाने का अवसर मिलेगा. युवा सीएस प्रोफेशनल को देश के विकास के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, बिजनेस एनालिटिक्स और डेटा साइंस पर भी काम करना होगा. इस मौके पर कानपुर चैप्टर के अध्यक्ष सीएस वैभव अग्निहोत्री, सीएस राकेश श्रीवास्तव, डॉ. प्रवीण अग्रवाल आदि रहे.
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वहीं चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि में रैगिंग के मामले में नया मोड़ आया है. विवि के प्रथम सेमेस्टर के छात्र की पिटाई करने वाले दोनों सीनियर छात्रों ने उसके हॉस्टल तिलक में जाकर सभी छात्रों के सामने पीड़ित से माफी मांग ली. इससे दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया. हालांकि औपचारिक समझौते के कागज पुलिस या विवि के रजिस्ट्रार को नहीं मिले हैं. पीड़ित छात्र ने रैगिंग के मामले में दो सीनियर छात्रों के खिलाफ नवाबगंज थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मामले में विवि की समिति भी जांच कर रही है.वहीं, नवाबगंज थाना प्रभारी दीनानाथ ने बताया कि रैगिंग के मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौते की जानकारी मिली है. हालांकि छात्रों ने अभी तक पुलिस को लिखित रूप से नहीं दिया है.