अलीगढ़ : ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार पीडि़तों के 70,000 रुपये सम्पूर्ण धनराशि को पुलिस साइबर सेल ने वापस कराए है. एसएसपी अलीगढ़ के निर्देशन में साइबर सेल टीम द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार दो पीडि़तों के चेहरों पर खुशी लाया है. साइबर सेल पुलिस ने आगाह किया है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना खाता संख्या, पिन, ओटीपी, सीवीवी नम्बर इत्यादि साझा न करें, खाते से धोखाधड़ी से पैसा निकलने की दशा में 1930 पर कॉल करें. थाना अतरौली के जिरौली धूम सिंह के रहने वाले भारत कुमार शिकायती प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि दिनांक 15 मार्च को को गूगल पे के माध्यम से किसी अंजान व्यक्ति द्वारा झासे में लेकर बैंक खाते से करीब 30 हजार रुपये काट लिये हैं. देहली गेट थाने की घुरियाबाग निवासी नीरू ने भी शिकायती प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि दिनांक नौ मार्च को पेटीएम के माध्यम से किसी अंजान व्यक्ति द्वारा झासे में लेकर बैंक खाते से करीब 40 हजार रुपये काट लिये हैं.
अलीगढ़ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी द्वारा अतिशीघ्र आवश्यक कार्यवाही हेतु दिये गये आदेश के अनुक्रम में पुलिस अधीक्षक अपराध के निर्देशन व क्षेत्राधिकारी अपराध मोहसीन खाँ के पर्यवेक्षण में साइबर सेल टीम द्वारा शिकायतकर्ता से घटना के सम्बध में जानकारी प्राप्त कर शीघ्र सम्बधित पेमेन्ट गेटवे, मर्चेन्ट वे से सम्पर्क करके फ्रॉड की गई धनराशि को रूकवाया गया और दोनों शिकायतकर्ता की फ्रॉड की गई सम्पूर्ण धनराशि 70 हजार रुपये शिकायतकर्ता के खाते में वापस करा दी गयी है. फ्रॉड की गई धनराशि खाते में वापस आने पर शिकायतकर्ता द्वारा अलीगढ़ साइबर पुलिस का धन्यवाद कर प्रशंसा की गई. साइबर अपराध से बचाने के लिए पुलिस साइबर की टीम जागरूकता अभियान चलाती है और लोगों को जागरूक कर सुरक्षित रहने के लिए कहती है. ऑनलाइन रुपयों के ट्रांजैक्शन को लेकर क्या करें और क्या न करें. इसके बारे में सोशल मीडिया पर भी जानकारी दी जा रही है, वही साइबर धोखाधड़ी होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें.
रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़
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