Cyclone Yaas Impact, Jharkhand news (शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला) : चक्रवात तूफान यास के कारण लगातार हुई बारिश से सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग पर खप्परसाई स्थित संजय नदी का पुल करीब 24 घंटे तक डूबा रहा. शुक्रवार को जब नदी का जलस्तर पुल से नीचे आया, तो पता चला कि पानी के तेज बहाव ने पुल के एक छोर का ऊपरी परत बह गयी है. इसके बाद प्रशासन ने एहतिहात बरतते हुए इस पुल पर आवागमन रोक दिया. इससे पुल के दोनों छोरों पर करीब एक किमी तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी. इधर, जानकारी मिलने पर PWD विभाग ने क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत कर आवागमन सुचारू किया. बाद में इस पर पीचिंग का काम किया जायेगा.
क्षतिग्रस्त पुल के संबंध में पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता निर्मल कुमार सिंह ने बताया कि पुल का सिर्फ ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है. नीचे का हिस्सा ठीक है. ऐसे में क्षतिग्रस्त हिस्से को भरकर आवागमन शुरू की गयी है. धूप होने के बाद इस पर पिचिंग करने के बाद यह पूरी तरह से आवागमन के लिए ठीक हो जायेगा. मालूम हो कि यह पुल करीब 30 साल पुरानी है. पुल का गार्डवाल भी टूट चुका है.
सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग पर खप्परसाई गांव के पास संजय नदी पर पुराने पुल के पास एक नया पुल भी पिछले 5 साल से अधूरा पड़ा हुआ है. करीब 7 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कार्य पूर्ण करने के साथ-साथ एक छोर का एप्रोच रोड़ भी बन कर तैयार हो गया है. जबकि भूमि अधिग्रहण नहीं होने के कारण दूसरे छोर का एप्रोच रोड़ नहीं बन सका है. भूमि अधिग्रहण के लिए सरकार की ओर से करीब 6 माह पूर्व ही विभाग को आवंटन मिल चुकी है.
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इस मसले पर पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता निर्मल कुमार सिंह ने बताया कि यह पुल सत्यम कंस्ट्रक्शन द्वारा बनाया जा रहा है. पुल के एक छोर पर भूमि अधिग्रहण का पूरा नहीं हो पाया है. साथ ही इस्टिमेट रिवाइज के कारण भी पुल निर्माण में देरी हो रही है. इसी बीच पुल का निर्माण कर रहे सत्यम कंस्ट्रक्शन इस नये पुल के निर्माण से अपना हाथ खींच लिया है. ऐसे में अब फिर नये सिरे से बाकी बचे पुल के निर्माण के लिए टेंडर का कार्य पूरा किया जायेगा.
सरायकेला-खरसावां मुख्य मार्ग पर खप्परसाई गांव के पास संजय नदी पर पुराने पुल से नये पुल की ऊंचाई करीब 10 फीट से अधिक है. वर्षों पूर्व बनाये गये इस पुराने पुल की ऊंचाई काफी कम है. ऐसे में जब भी नदी का जलस्तर बढ़ता है, तो यह पुल डूब जाती है और आवागमन काफी प्रभावित होती है. गुरुवार को दिनभर यह पुल पानी से डूबा रहा. ऐसे में लोगों में यह आक्रोश है कि क्यों प्रशासन द्वारा नये पुल को जल्द तैयार नहीं किया जाता है.
Posted By : Samir Ranjan.