Gorakhpur News: गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र के बसंतपुर गांव निवासी 17 वर्षीय राजू का शव नौ दिन बाद कुशीनगर इलाके में मिला है. उसका शव झाड़ियां में फेंका हुआ था. जबकि उसका सिर कुछ दूरी पर पड़ा था. 90 फीसदी शरीर का हिस्सा कीड़े खा गए थे. सिर में केवल जबड़ा बचा था. लाश मिलने की सूचना पर परिजन और गांव के लोग जुड़ गए. लोगों ने पिपराइच–हाटा रोड पर शव को रखकर सड़क जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. सूचना पर मौके पर एसपी नॉर्थ मनोज कुमार अवस्थी और क्षेत्राधिकारी योगेश सिंह सहित कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई. फिलहाल पुलिस नाराज लोगों को समझा बुझा कर जाम को हटवाया. पुलिस के मुताबिक राजू विगत 18 नवंबर को घर से निकला था. उसकी मां माधुरी देवी ने बताया कि परिवार के लोगों ने उसे गांव के ही अर्जुन निषाद के बेटे के साथ साइकिल पर जाते हुए देखा. देर शाम अर्जुन का बेटा तो वापस आ गया. लेकिन, राजू घर वापस नहीं लौटा. इसके बाद हम लोगों ने उसकी काफी तलाश की और उसके मोबाइल पर फोन किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ था. इसके बाद रिश्तेदारों से उसके बारे में पता किया. मगर, उसका कुछ भी पता नहीं लगा. अर्जुन निषाद के बेटे से भी राजू के बारे में पूछताछ की तो वह टाल मटोल करने लगा. इसके बाद परेशान होकर मृतक के परिजनों ने पिपराइच थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया.
राजू के परिजनों ने पुलिस से बेटे के साथ किसी अनहोनी होने की आशंका उसी दिन जताई थी. लेकिन, पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर कुछ लोगों ने कुशीनगर के बरवा बाबू गांव में एक युवक की सिर कटी लाश देखी. लाश झाड़ियां में पड़ी थी. शरीर को 90 प्रतिशत तक की कीड़े खा गए थे. शव से बदबू आ रही थी, जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. युवक की जेब से उसका मोबाइल और 520 रुपए कैश बरामद हुआ. कुछ ही देर में यह बात इलाके में आग की तरह फैल गई. जानकारी होने पर मृतक राजू के घर वाले भी मौके पर पहुंच गए और शव की शिनाख्त की जिसके बाद शव की पहचान राजू के रूप में हुई.
इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की तो परिवार और गांव वाले भड़क गए. उन्होंने पुलिस को शव नहीं ले जाने दिया और लाश सड़क पर रखकर जाम लगा दिया. पुलिस अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद काफी समझाने बुझाने के बाद परिवार वालों ने जाम हटाया.
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर