Diego Maradona Dead: अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना का बुधवार को 60 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन (Diego Maradona Dies Of Heart Attack) हो गया है. महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना ने बीते 30 अक्टूबर को अपना 60वां जन्मदिन मनाया था. जन्मदिन के आयोजन पार्टी में उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी ख्वाहिश इंग्लैंड के खिलाफ एक और गोल करने की है लेकिन इस बार दाहिने हाथ से.
अर्जेंटीना के इस महान फुटबॉलर ने 1986 विश्व कप क्वार्टर फाइनल में बायें हाथ से गोल किया था, जो सबसे मशहूर भी रहा और बदनाम भी जिसे ‘हैंड आफ गॉड’ (Hand of God) कहा गया. माराडोना ने फ्रांस की एक फुटबॉल पत्रिका को दिये इंटरव्यू में कहा था, मेरा सपना इंग्लैंड के खिलाफ एक और गोल करने का है. इस बार दाहिने हाथ से.
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बताते चलें कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये 60 वर्षीय माराडोना लगभग महीनेभर से पृथकवास में चल रहे थे. दो हफ्ते पहले ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी. तब उन्हें ब्रेन सर्जरी के लिए भर्ती करवाया गया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंबे समय से बीमार चल रहे माराडोना को ब्रेन सर्जरी के बाद 11 नवंबर को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था. इस दिन उन्हें शाम 6 बजे डिस्चार्ज किया जाना था, लेकिन माराडोना वक्त से पहले ही घर के लिए रवाना हो गए थे, क्योंकि सड़कों पर उनके हजारों प्रशंसक एक झलक पाने के लिए उमड़ आये थे.
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इंग्लैंड के खिलाफ माराडोना ने वह गोल किया, तब वह 26 वर्ष के थे. अर्जेंटीना ने वह मैच 2 – 1 से जीता और विश्व कप भी अपने नाम किया था. चार साल बाद इटली में विश्व कप फाइनल में टीम पश्चिम जर्मनी से हार गई थी.
डिएगो माराडोना को सर्वकालिक महान फुटबॉलर कहा जाता है. अर्जेंटीना को 1986 फुटबॉल वर्ल्ड कप जिताने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. माराडोना ने साल 1976 में फुटबॉल की दुनिया में कदम रखा. इसके एक दशक बाद उनकी कप्तानी में अर्जेंटीना ने 1986 का विश्व कप जीता. इस दौरान उन्होंने खेल के इतिहास के यादगार गोल किये.
फुटबॉल के इस बेहतरीन खिलाड़ी के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके देश अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में 9 फीट ऊंची उनकी प्रतिमा लगी है. साल 2018 में डिएगो माराडोना के 58वें जन्मदिन का जश्न मनाते हुए उनकी पहली कांसे की प्रतिमा का अनावरण किया गया था.
माराडोना की इस प्रतिमा में इंग्लैंड के खिलाफ उनके गोल को दर्शाया गया है, जो 20वीं शताब्दी का सर्वश्रेष्ठ गोल चुना गया था. यह प्रतिमा ब्यूनस आयर्स में अर्जेंटिनोस जूनियर्स क्लब स्टेडियम के पास ही स्थित है. माराडोना ने 1976 में यहीं से फुटबॉल की दुनिया में कदम रखा था.
माराडोना ने बोका जूनियर्स, नपोली, बार्सिलोना जैसे क्लब से फुटबॉल खेला. दुनियाभर में उनके चाहने वालों की संख्या करोड़ों में है.