Prayagraj News: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑनलाइन परीक्षा कराने को लेकर शुक्रवार को भी छात्रों का प्रदर्शन जारी है. शुक्रवार 25 मार्च की दोपहर प्रदर्शन कर रहे करीब दर्जनभर छात्रों ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आत्महत्या का प्रयास किया. हालांकि, समय रहते वहां तैनात पुलिस बलों ने छात्रों को ऐसा करने से रोक दिया. वहीं, विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रदर्शन की सूचना पर जिलाधिकारी और एडीएम समेत भारी संख्या में पुलिसबल पहुंचा है. फायर ब्रिगेड भी बुलाई गई है. प्रशासन द्वारा छात्रों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें कि एक दिन पहले ही गुरुवार को सैकड़ों की तादाद में छात्र-छात्राओं ने कुलपति कार्यालय का घेराव करते हुए रक्त से पत्र लिखकर महामहिम राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई थी. छात्रों का कहना है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लगातार छात्रों को मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा है. 14 फरवरी से छात्रों ने गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे हैं.
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वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि जो छात्र ऑनलाइन परीक्षा के इच्छुक हैं वे आवेदन कर दें. इसके बाद हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन परीक्षा की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दिया. इसके बाद विश्वविद्यालय की ओर से हाई पावर कमेटी की मीटिंग की गई. मीटिंग के बाद टीम भी गठित की गई लेकिन आज तक कोई निर्णय नहीं हो सका है.
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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. इसलिए उनके पास महामहिम राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु और रक्त से पत्र लिखने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा था. हालांकि, इस संबंध में विश्वविद्यालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई. मगर शुक्रवार को जिस तरह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दर्जनभर छात्रों ने खुद को जलाने का प्रयास किया उससे प्रशासन में खलबली मच गई है.
रिपोर्ट : एसके इलाहाबादी