Durga Puja 2023 Ranchi Pandal: ओसीसी क्लब व पूजा समिति बांग्ला स्कूल ओल्ड कमिश्नर कंपाउंड काल्पनिक मंदिर के ऊपर रंगोली को दिखायेगा. रंगोली को देश में अलग-अलग प्रांत में अलग-अलग नाम से जाना जाता है. बंगाल में अल्पना, तमिलनाडु में कोल्लम, राजस्थान में मांडना और केरल में कोल्लम सहित अन्य जगहों पर अलग-अलग नाम से जाना जाता है. परंपरागत रूप से रंगोली फर्श या घर के प्रवेश द्वारों पर बनायी जाती है. ऐसा माना जाता है कि यह घर और परिवार में सौभाग्य और समृद्धि लाती है और मेहमानों का स्वागत करती है.
विभिन्न आकृतियों की रंगोली बनेगी
पंडाल के अंदर और बाहर विभिन्न आकृतियों की रंगोली बनायी जायेगी, जो आकर्षण का केंद्र होगी. इसके अलावा यहां की विद्युत साज-सज्जा भी खास होगी. वहीं मीना बाजार भी लगाया जायेगा, जहां खाने-पीने के स्टॉल लगे रहेंगे. इसके अलावा बच्चों और बड़ों के लिए झूला लगाया जायेगा.
बंगाल के कारीगर बना रहे हैं पंडाल
पंडाल का निर्माण बंगाल के कारीगरों द्वारा किया जा रहा है. वह लोग पिछले कई माह से यह कार्य कर रहे हैं. पंडाल की ऊंचाई 35 फीट, लंबाई 110 फीट और चौड़ाई 90 फीट है. पंडाल की कुल लागत 26 लाख रुपये है.क्लब की ओर से मां की सुंदर प्रतिमा तैयार की जा रही है, जो पूरी तरह मिट्टी से बनी है. इसकी कारीगरी देखने लायक होगी. मां दुर्गा की प्रतिमा की ऊंचाई 14 फीट है और इसका निर्माण स्थानीय मूर्तिकार अजय पाल कर रहे हैं.
महानवमी के दिन लगाया जायेगा भोग : महानवमी के दिन मां को खिचड़ी का भोग और शाम में 56 प्रकार का भोग लगाया जायेगा. प्रसाद स्वरूप इसे 601 रुपये में उपलब्ध कराया जायेगा. जो श्रद्धालु इसे लेना चाहेंगे,उन्हें यह उपलब्ध कराया जायेगा. इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए भोग की भी व्यवस्था की गयी है. वहीं समिति के द्वारा 10 रुपये की सहयोग राशि में लॉटरी का आयोजन किया जा रहा है, जिसका ड्रॉ विजयादशमी के दिन, रात में पूजा प्रांगण परिसर में किया जायेगा. समिति विजयादशमी को स्थापित घट का विसर्जन करेगी. फिर अगले दिन विसर्जन शोभा यात्रा निकाली जायेगी. समिति के द्वारा इस वर्ष दुर्गापूजा महोत्सव के लिए 37 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं.
हर वर्ष अलग थीम पर बनता है पंडाल : पूजा समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि क्लब की ओर से हर वर्ष अलग-अलग थीम पर पंडाल बनाया जाता है, जो भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र रहता है. यहां होनेवाली भक्तों की भीड़ को देखते हुए पंडाल का पट दो दिन पूर्व ही खोल दिया जाता है, जिससे भक्त बिना भीड़भाड़ के भी पंडाल का अवलोकन कर सकें.
किस वर्ष कितना खर्च
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2022– 28 लाख
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2021-सात लाख
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2020-पांच लाख
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2019-24 लाख
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2018-22 लाख
शारदीय नवरात्रि 8 या 9 दिन ? (8 or 9 Days Shardiya navratri vrat )
इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर 2023 और समापन 23 अक्टूबर 2023 को होगा. 24 अक्टूबर को विजयादशमी पर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन होगा. ऐसे में शारदीय नवरात्रि पूरे 9 दिन मनाए जाएंगे. इस साल किसी भी तिथि का क्षय नहीं है. शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि में तिथि का घटना अशुभ माना जाता है.
शारदीय नवरात्रि 2023 घटस्थापना मुहूर्त (Shardiya Navratri 2023 Kalash sthapana Muhurat)
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पंचांग के अनुसार अनुसार शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023 को रात 11.24 मिनट पर शुरू होगी 16 अक्टूबर 2023 को प्रात: 12.03 मिनट पर समाप्त होगी.
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नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर मंत्रों उच्चार, वैदिक अनुष्ठानों के साथ कलश में मां दुर्गा का आव्हान किया जाता है, इसे घटस्थापना कहते है. घटस्थापना शुभ मुहूर्त में ही की जाती है, इससे मां दुर्गा 9 दिन तक घर में वास करती हैं.
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कलश स्थापना मुहूर्त – सुबह 11.44 – दोपहर 12.30 (15 अक्टूबर 2023)
शारदीय नवरात्रि 2023 कैलेंडर (Shardiya Navratri 2023 Calender)
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15 अक्टूबर 2023- मां शैलपुत्री की पूजा
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16 अक्टूबर 2023- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
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17 अक्टूबर 2023- मां चंद्रघंटा की पूजा
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18 अक्टूबर 2023- मां कूष्मांडा की पूजा
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19 अक्टूबर 2023- मां स्कंदमाता की पूजा
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20 अक्टूबर 2023- मां कात्यायनी की पूजा
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21 अक्टूबर 2023- मां कालरात्रि की पूजा
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22 अक्टूबर 2023- मां सिद्धिदात्री की पूजा
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23 अक्टूबर 2023- मां महागौरी की पूजा
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24 अक्टूबर 2023- विजयदशमी (दशहरा)