पश्चिम बंगाल में प्रसिद्ध जूनियर जादूगर पीसी सरकार (P. C. Sorcar) से शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित चिट फंड घोटाले की चल रही जांच के संबंध में पूछताछ की. इस घोटाले में निवेशकों के 790 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी डूबी थी. उन्होंने कहा कि सरकार के शुक्रवार दोपहर को साल्ट लेक स्थित ईडी कार्यालय पहुंचने के तुरंत बाद ईडी अधिकारियों ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी. केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक, यह घोटाला कथित तौर पर पिनकॉन ग्रुप और टॉवर इन्फोटेक लिमिटेड के रूप में पहचानी गई दो कंपनियों से संबंधित है.
ईडी अधिकारी ने बताया, कि “हम चिटफंड मामले के संबंध में सरकार से पूछताछ कर रहे हैं. हमें यह पता लगाना होगा कि वह किसी भी तरह से इसमें शामिल थे या नहीं. अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले ईडी ने ‘टावर ग्रुप’ के एक वरिष्ठ अधिकारी को हिरासत में लिया था और उनसे पूछताछ के दौरान सरकार का नाम सामने आया था. सीबीआई ने 2021 में इसी मामले के सिलसिले में जादूगर के बालीगंज स्थित आवास की तलाशी ली थी.
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ईडी के अधिकारियों ने वर्ष की शुरुआत में मामले में अपने अभियान को फिर से सक्रिय कर दिया है. उस समय मुख्य रूप से दो चिटफंड संस्थाएं, टावर ग्रुप और पिनकॉन ग्रुप, सीबीआई अधिकारियों के रडार पर थे. ईडी के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल में कोलकाता से सटे हावड़ा जिले में रामेंदु चट्टोपाध्याय के आवास पर भी छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था.ईडी के अधिकारियों ने उस समय उनके आवास से महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए थे.