बंगाल, बिहार, ओडिशा, झारखंड और आसपास के राज्यों में निवेशकों से हजारों करोड़ रुपये गबन करने वाले रोजवैली चिटफंड समूह की 304 करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब्त की है. प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, ईडी अधिकारियों ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में रोजवैली पोंजी घोटाले में धन शोधन के मामले में 304 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है.
केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और ओडिशा में रोजवैली समूह की कंपनियों की संपत्तियां धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत जब्त की गई है. इसमें आगे कहा गया है, इनमें 47 करोड़ रुपये की 412 चल संपत्तियां और 257 करोड़ रुपये की 426 अचल संपत्तियां शामिल हैं. रोजवैली समूह की कंपनियों ने कई फर्जी योजनाएं बनाकर जनता से भारी-भरकम रकम लूटी थी.
ED has taken possession of movable and immovable properties worth Rs. 304 Crore of Rose Valley Group of companies under PMLA.
— ED (@dir_ed) April 30, 2021
ईडी अधिकारियों ने बताया, जांच में सामने आया कि आम जनता से विभिन्न सेक्टर में निवेश कर डबल रिटर्न का लालच देकर रुपये हासिल किये जाते थे. इन रुपयों का अवैध तरीके से इस्तेमाल करते हुए राजवैली चिटफंड अपनी विभिन्न कंपनियों के नाम पर पश्चिम बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा, असम, महाराष्ट्र, झारखंड और अन्य राज्यों में कई संपत्तियां खरीदी थी.
Also Read: चुनाव बाद भी बीरभूम में हिंसा जारी, बम बांधने के दौरान विस्फोट, व्यक्ति का हाथ उड़ा
ईडी ने 2014 में कंपनी के कर्णधार और चेयरमैन गौतम कुंडु और अन्य के खिलाफ धन शोधन का आपराधिक मामला दर्ज किया था.दरअसल, सारधा चिटफंड मामले के बाद ही रोजवैली का मामला सामने आया था. मामले की जांच में गौतम कुंडु को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था. अब भी वो जेल में है. इस मामले में उनकी पत्नी शुभ्रा कुंडू को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में अब तक कई चार्जशीट दाखिल की जा चुकी हैं. जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि कंपनी ने 2800 करोड़ रुपये का गबन किया था.
Posted by : Babita Mali