गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के महेवा में कोर्ट के आदेश पर मकान में हिस्सा लेने पहुंची पत्नी व बेटियों पर नगर निगम के चालक ने अपने परिजनों के साथ मिलकर हमला बोल दिया, जिससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए. पिटाई से घायल पत्नी की कुछ देर के बाद मौत हो गई. जिसके बाद नगर निगम के चालक ने मरणासन्न स्थिति में पहुंच चुकी दोनों बेटियों और पत्नी का शव ठेले पर लादकर नदी में फेंकने जा रहा था. तभी इस घटना की सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दे दी. मौके पर जब पुलिस पहुंची तो आरोपित फरार हो गया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत्यु घोषित कर दिया और गंभीर अवस्था में घायल दोनों बेटियों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज चल रहा है.
पुलिस ने पति समेत 9 लोगों के विरुद्ध हत्या व हत्या का प्रयास करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश कर रही है. बता दें कि आरोपित उमेश निषाद गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के महेवा में रहता है. वह नगर निगम में कूड़े वाली गाड़ी चलाता है. गोरखपुर के गुलरिया थाना क्षेत्र के खजांची निवासी पूनम से वर्ष 2002 में उसकी शादी हुई थी. पति से विवाद होने के बाद वह पिछले 16 वर्ष से अपनी 20 वर्षीय बेटी अनामिका और 19 वर्षीय बेटी तनुजा के साथ मायके में ही रहती थी.
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पूनम ने पति की संपत्ति में हिस्सा और खर्च के लिए पारिवारिक न्यायालय में वाद दाखिल किया था. कुछ दिन पहले ही उसके पक्ष में फैसला हुआ था. कोर्ट ने पति के मकान में एक कमरा और हर माह 7000 खर्च देने का फैसला सुनाया था. इसके बाद शनिवार को बेटियों के साथ पूनम अपने पति के घर पहुंची थी तो घर में ताला बंद था. कुछ देर की इंतजार करने के बाद वह वापस लौट गई. रविवार को दोबारा वह पति के घर पहुंची तो घर में कोई नहीं था. इसके बाद पूनम दोनों बेटियों की मदद से घर में दाखिल हुई और अपना सामान रखने लगी. इसी दौरान आरोपित अपने परिजनों और रिश्तेदारो के साथ पूनम और उनकी दोनों बेटियों पर हमला बोल दिया. उमेश ने संभल से पूनम के सिर पर वार किया. जब उनकी दोनों लड़कियां मां को बचाने गई तो उस पर भी हमला बोल दिया. जिससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गई और पत्नी पूनम की मौत हो गई.
वहीं इस मामले में क्षेत्राधिकार कैंट मानुष पारीक ने बताया कि पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती अनामिका की तहरीर पर उमेश उसकी दूसरी पत्नी प्रिया, दादी कल्पती समेत 9 लोगों के विरुद्ध हत्या व हत्या की कोशिश बलवा करने का मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस सभी आरोपितों की तलाश कर रही है जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. न्यायालय में मुकदमा चलने के दौरान ही आरोपी उमेश ने प्रिया से दूसरी शादी कर ली थी. जिससे उसके दो बच्चे हैं. पति से विवाद होने के बाद पूनम अपनी दोनों बेटियों के साथ मायके में रहती थी. पूनम की स्थिति को देखते हुए उसकी मां ने पैतृक भूमि में कुछ हिस्सा रहने के लिए दिया था. जिस पर कब्जे को लेकर भाई वह भाभी से विवाद चल रहा था. पूनम अपने भाई बहनों में सबसे छोटी थी. रामगति की तीन संतानों में पूनम छोटी थी पैतृक भूमि को रामगति ने पत्नी कलावती बेटे सुरेंद्र व वीरेंद्र के नाम कर दिया था. पति से विवाद होने के बाद पूनम बच्चों के साथ अपने मायके में रहती थी और वही मां की देखरेख करती थी.
मां ने पूनम को रहने के लिए अपने हिस्से की भूमि में 1600 वर्ग मीटर बैनामा कर दिया था. जिस पर कब्जे को लेकर भाई सुरेंद्र और वीरेंद्र से विवाद चल रहा था. कुछ वर्ष पहले रामगति की मृत्यु हो गई. चार माह पहले पूनम का अपने भाई की पत्नी से विवाद हुआ था. मामला थाने पहुंचा तो परिसर में ही ननद और भाभी ने हंगामा शुरू कर दिया. इस मामले में पुलिस ने दोनों पर शांति भंग में चालान कर दिया था.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप, गोरखपुर