दोहा : मौजूदा चैंपियन फ्रांस ने 1998 में पहला विश्व कप जीतने के बाद ग्रुप चरण में कभी अपने तीनों मैच नहीं जीते हैं लेकिन ट्यूनीशिया के खिलाफ बुधवार को होने वाले मैच में वह अपने विजय अभियान को जारी रखने के लिए उतरेगा. ट्यूनीशिया ने विश्वकप में अपने इतिहास में अभी तक तीन मैच भी नहीं जीते हैं और उसे इस बार नॉकआउट चरण में जगह बनाने के लिए फ्रांस को हर हाल में हराना होगा. ट्यूनीशिया के कोच जालेल कादरी इस दबाव को समझते हैं.
फ्रांस के कोच डिडिएर डेसचैम्प्स ने कहा कि मेरी स्थिति कादरी जैसी नहीं है लेकिन वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. कादरी ने टूर्नामेंट से पहले कहा था कि वर्ल्ड कप के ग्रुप चरण से आगे बढ़ना उनका व्यक्तिगत मिशन है और उन्होंने संकेत दिया कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वह पद छोड़ देंगे. फ्रांस 1998 की टीम की उपलब्धि को दोहराने के लिए प्रतिबद्ध है जब उसने ग्रुप चरण के तीनों मैच जीते और फिर खिताब भी हासिल किया. डेसचैम्प्स उस समय टीम के कप्तान थे.
Also Read: FIFA World Cup 2022: रोनाल्डो और मेसी नहीं, गोल्डन बूट की रेस में ये खिलाड़ी हैं सबसे आगे, Full List
फ्रांस की टीम वर्तमान विश्व कप में अपने पहले दोनों मैच जीतकर नॉकआउट चरण में जगह बना चुकी है और उसे ग्रुप डी में शीर्ष पर रहने के लिए केवल ड्रॉ की जरूरत है. डेसचैम्प्स ने संकेत दिय कि इस मैच में वह कुछ खिलाड़ियों को विश्राम दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि टीम में बदलाव होगा. हर कोई खेलने के लिए तैयार है. दोनों टीम के अभी तक के प्रदर्शन को देखते हुए फ्रांस के लिए जीतना मुश्किल नहीं होगा. फ्रांस ने अब तक दो मैचों में छह गोल किये हैं. इनमें से तीन गोल काइलन एमबापे और दो गोल गिरोड ने किये हैं.
ट्यूनीशिया अब तक एक गोल भी नहीं कर पाया है. उसने डेनमार्क के खिलाफ मैच गोल रहित ड्रा खेला था जबकि ऑस्ट्रेलिया ने उसे 1-0 से हराया था. ट्यूनीशिया अब तक पांच विश्वकप में ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ा है. उसने विश्व कप में अभी तक केवल दो जीत दर्ज की हैं. इनमें से पहली जीत उसने 1978 में मैक्सिको के खिलाफ और दूसरी जीत चार साल पहले रूस में पनामा के खिलाफ दर्ज की थी.