Film RRR Varanasi Promotion: बाहुबली फिल्म निर्देशक एसएस राजामौली साउथ फिल्म इंडस्ट्री के नंबर वन निर्देशक है. अपनी अगली फिल्म आरआरआर’ (राइज रौर रिवोल्ट) की प्रमोशन के लिए वाराणसी पहुंचे हैं. लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचते ही प्रशंसकों की सेल्फी लेने के लिए होड़ मच गई. इसके बाद शाम में फ़िल्म निर्देशक ने राजघाट से होते हुए दशाश्वमेध घाट तक का नजारा लेते हुए गंगा आरती का अद्भुत दृश्य भी देखा. निर्देशक एसएस राजामौली ने माँ गंगा के अप्रतिम सौंदय को भी निहारा. इस दौरान उनके साथ बजड़े पर मुख्य अभिनेता एनटी रामाराव जूनियर, अभिनेता राम चरन सहित पूरी यूनिट मौजूद थी. 25 मार्च को यह फिल्म देशभर के सिनेमाघरों में एक साथ रिलीज होगी.
निर्देशक एसएस राजामौली ने मीडिया के साथ हुई अपनी बातचीत में फिल्म आरआरआर से जुड़े अभिनेता एनटी रामाराव जूनियर, अभिनेता राम चरन को अच्छे अभिनय व सेट पर प्रसन्नचित माहौल बनाये रखने के लिए सहायक होने के लिए मीडिया के समक्ष धन्यवाद दिया. उन्होंने आगे कहा कि वाराणासी बहुत ही खूबसूरत नगरी है और माँ गंगा की महिमा उससे भी न्यारी है. मैं आप सब को माँ गंगा से जुड़ी एक छोटी सी कहानी सुनाता हूँ. जब मैं 15 साल का था तब की यह घटना है. मेरा परिवार बहुत ही धार्मिक प्रवित्ति का है. एकदिन मेरे पिता मुझे बुलाते हैं और 600 रुपये देकर कहते हैं कि तुम प्रयागराज जाओ औऱ त्रिवेणी संगम से गंगाजल लेकर आओ, उन्होंने मेरे रेलवे के सेकंड क्लास में टिकट बुक किया और भेज दिया लगभग 40 घण्टे की चेन्नई से प्रयागराज की जर्नी थी.
उस वक्त मेरी सीट के सामने एक सज्जन बैठे थे वे उसवक्त पण्डित जवाहरलाल नेहरु के बारे में कुछ बाते कर रहे थे,अचानक से उन्होंने मेरी तरफ़ देखा और पूछा कि तुम कौन हो कहा से आ रहे हो. मैंने उन्हें जवाब दिया कि चेन्नई से आ रहा हूं और इलाहाबाद गंगाजल लेने जा रहा हूँ. उन्होंने पूछा क्यों तो मैंने कहा कि मेरा परिवार धार्मिक है और पिताजी के आदेश पर जा रहा हूँ. उन्होंने पूछा कि इलाहाबाद में किसी को जानते हो मैंने कहा नहीं उन्होंने एक कागज पर अपने बेटे का नाम- पता लिखकर दिया और कहा कि तुम यह लेटर लेकर मेरे बेटे के पास जाना उसे दे देना वह तुम्हारी पुरी मदद करेगा. मैं इलाहाबाद पहुंचकर उस लिखे पते पर वह चिठी लेकर गया वहाँ उनका बेटा उस लेटर को देखकर बोला मेरे पिताजी ने आपकी मदद के लिए बोला है.
मैं अगले दिन 5 बजे सुबेह उठकर उस लड़के की मदद से त्रिवेणी संगम गया और बीच गंगा की धार से जाकर गंगाजल प्लास्टिक की बोतल में लिया. क्योंकि मेरे पिताजी ने कहा था कि गंगा- यमुना- सरस्वती तीनो बीच धार में मिलती है. इसके बाद मैं रेलवे स्टेशन आया वहाँ रास्ते में हर किसी को पूछने पर मैं एकही जवाब देता रहा कि गंगा माँ जी को लेने आया हूँ. मेरे 600 रुपये लगभग खत्म हो चुके थे सिर्फ़ 20 रुपये बचे थे. उस लड़के ने मुझे खाना, कपड़े और कुछ रुपये देकर ट्रैन में बिठाया और वापस मैं चेन्नई आया. मैं बस यही कहना चाहता हूं इस छोटी सी कहानी के माध्यम से की आप जब अच्छे कार्य करने जाते हैं तो आपको उस कार्य को पूर्ण करने के लिए रास्ते में अच्छे लोग मदद के लिए मिलते जाते हैं.
इस दुनिया में आप किसी को न भी जाने तो भी क़ई अच्छे लोग हैं जो आपकी मदद करते हैं. निर्देशक एसएस राजामौली ने अपनी फिल्म को लेकर बताया कि यह पांच भाषाओं में पूरे देश में 25 मार्च को रिलीज हो रही हैं. जयपुर में फिल्म का प्रमोशन करने के बाद फ़िल्म टीम मंगलवरार को वाराणसी एयरपोर्ट पहुंची. इसके पूर्व टीम ने गुजरात में भी फ़िल्म का प्रचार करने के लिए पहुंची थी.
रिपोर्ट – विपिन सिंह