पतना (साहिबगंज), सोनू ठाकुर : साहिबगंज जिले के रांगा थाना क्षेत्र के सीतापहाड़ स्थित गांधी जयंती मध्य विद्यालय के संत जोसेफ छात्रावास में आग लग गई. घटना शनिवार (10 फरवरी) सुबह की है. करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद छात्रावास के स्टूडेंट्स आग बुझा पाए, लेकिन तब तक हॉस्टल के करीब 100 से अधिक बेड, बिछवान, किताबें, बच्चों के कपड़े सहित अन्य सामान जलाकर खाख हो गए. आग लगने से लाखों का नुकसान हो गया. गनीमत रही कि स्टूडेंट्स बाल-बाल बच गए.
जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह करीब 6:45 बजे संत जोसेफ छात्रावास (बालक) के बच्चे हॉस्टल के पीछे स्थित कैथोलिक चर्च परिसर में प्रार्थना कर रहे थे. इसी दौरान बच्चों ने देखा कि छात्रावास की ऊपरी मंजिल के बड़े हॉल से आग की लपटें और धुआं निकल रहा है, जिसके बाद अफरातफरी मच गई. सभी छात्र भाग कर छात्रावास पहुंचे और वहां से अपने-अपने समान बाहर निकालने का प्रयास करने लगे, लेकिन आग की लपटें काफी तेज थीं. वहीं धुआं भी उतना ही ज्यादा था, जिसके कारण आधा से अधिक बच्चों के सामान आग की चपेट में आ गए.
बच्चों ने आपस में मिलकर पानी से आग पर काबू पाया. इधर छात्रावास के प्रबंधक द्वारा रांगा थाना पुलिस को मामले की जानकारी दी गई, जिसके बाद रांगा थाना एएसआई विजय कुमार द्विवेदी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में सहयोग किया. वहीं पुलिस ने फायर ब्रिगेड टीम को मामले की जानकारी दी. सूचना मिलते ही अग्निशमन वाहन मौके पर पहुंचे और आग पर पूरी तरह काबू पा लिया.
छात्रावास प्रबंधन के अनुसार घटना सुबह करीब 6:45 के आसपास की है. आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. अनुमान लग रहे हैं कि सुबह मोमबत्ती जलाकर बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, जिसके बाद कोई बच्चा मोमबत्ती बुझाये बिना प्रार्थना के लिये बाहर चला गया होगा. हवा तेज होने के कारण मोमबत्ती से आग लग गयी होगी? जिस हॉल में आग लगी है, वहां क्लास 5, 6 और 7 के करीब 200 से ज्यादा छात्र रहते थे. पूरे छात्रावास में करीब 350 से अधिक छात्र रहते हैं. आग लगने के बाद बच्चों ने चैनल सिस्टम बनाकर पानी से भरी बाल्टी एक दूसरे को बढ़ाते हुये आग बुझायी. घटना के वक्त बच्चे बाहर थे, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया.
साहिबगंज में हुई आगलगी की इस घटना में बच्चों के बिछावन, किताब, कपड़े, नाश्ता, वायरिंग सहित कई सामान जलकर राख हो गये. छात्रावास के प्रबंधक ने बताया कि हॉस्टल के सबसे बड़े हॉल में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ है. करीब 100 से ज्यादा बेड जलकर पूरी तरह राख हो गये हैं. बच्चों को फिर से हॉस्टल में शिफ्ट करने में समय लगेगा. इसलिए सभी बच्चों के अभिभावक को बुलाकर कुछ दिनों के लिए उन्हें घर भेजा जा रहा है. घटना के बाद बच्चे तत्काल बाहर बरामदे में अपना सामान रखकर पढ़ाई कर रहे हैं.
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