धनबाद नगर निगम क्षेत्र में कचरा उठाव व निष्पादन को लेकर संकट बरकरार है. निगम ने मंगलवार से एक बार फिर कचरा उठाव नहीं करने की घोषणा कर दी है. नगर आयुक्त ने साफ कहा है कि जब तक कचरा डंपिंग के लिए स्थायी स्थान नहीं मिलेगा, तब तक कचरा का सही तरीका से उठाव नहीं होगा. दूसरी तरफ, उपायुक्त वरुण रंजन ने कहा कि समस्या से भागने से काम नहीं चलेगा, इसका समाधान करना होगा. अगर कहीं विरोध हो रहा है, तो उसको समझ कर निदान कराया जायेगा.
15 दिनों से चल रहा विवाद
पिछले एक पखवारा से कचरा फेकने के स्थल को लेकर चल रहे विवाद के कारण धनबाद में एक बार फिर महामारी का खतरा उत्पन्न हो गया है. दरअसल, निगम क्षेत्र में हर दो-तीन दिन पर कचरा उठाव ठप हो जा रहा है. कचरा डंपिंग के लिए जहां भी जगह आवंटित हो रहा है, वहां पर स्थानीय नागरिक विरोध कर रहे हैं. अभी झरिया अंचल के बोर्रागढ़ में जहां कचरा डंपिंग कराया जा रहा है, वहां भी कुछ लोग विरोध कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार शनिवार की रात भी नगर निगम के एक कचरा वाहन से चाबी छीन लिया गया. बाइक पर सवार युवकों ने वहां गिराया गया कचरा दुबारा वाहन पर लोड कराया फिर गाड़ी को वहां से जाने दिया. इस दौरान वहां तैनात पुलिस के जवान भी चुप रहे. सिजुआ क्षेत्र में भी कचरा डंपिंग के लिए चिन्हित स्थान पर विवाद हो गया था. इसके बाद वहां बंद करा दिया गया.
लगातार बैठकों के बाद भी नतीजा सिफर
कचरा डिस्पोजल के लिए स्थान चिन्हित करने को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. कई बार जिला प्रशासन एवं नगर निगम के आला अधिकारी बैठक कर चुके हैं, पर जहां भी जगह तय हो रहा है., वहां कुछ न कुछ समस्या आ जा रही है. दो दिन पहले भी डीसी ने समीक्षा बैठक करते हुए कहा था कि सरकारी काम में बाधा डालने वालों पर कार्रवाई होगी. इसके बाद पुलिस की निगरानी में कचरा डंपिंग का आदेश निकला. लेकिन, यह भी प्रभावी नहीं साबित हुआ.
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68 एकड़ में बनेगा स्थायी डंपिंग यार्ड : डीसी
उपायुक्त वरुण रंजन ने बताया कि झरिया अंचल के बोर्रागढ़ में कचरा डंपिंग के लिए स्थायी जगह आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. यहां 68 एकड़ सरकारी भूमि नगर निगम को हस्तांतरित की जायेगी. इसके लिए झरिया अंचल से प्रस्ताव भूमि सुधार उप समाहर्ता के पास आया है. जल्द ही कार्रवाई पूरी कर जमीन मुहैया करा दी जायेगी. यहां नगर निगम की तरफ से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए प्लांट लगाया जायेगा. श्री रंजन ने कहा कि कचरा डंपिंग यार्ड का विरोध करने वालों की समस्या भी सुनी जायेगी. गैर वाजिब विरोध को खारिज किया जायेगा. हर हाल में समस्या का समाधान होगा.
जैसे-तैसे काम कर रहे हैं निगमकर्मी : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने कहा कि सफाई कर्मी जान जोखिम में डाल कर कचरा डंपिंग करने नहीं जायेंगे. जब तक स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक कचरा उठाव बंद रहेगा. अभी रात के अंधेरे में किसी तरह जहां-तहां कचरा डंपिंग कर रहे हैं. ऐसे में काम नहीं हो सकता है. महामारी नियंत्रण के लिए जहां कचरा उठाव हो रहा है, वहां ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव कराया जा रहा है.
नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर : आनंद महतो
मार्क्सवादी युवा मोर्चा जिला कमेटी ने 55 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को नगर निगम कार्यालय का घेराव किया. अध्यक्षता मायुमो जिलाध्यक्ष पवन महतो ने की. संचालन जिला सचिव राणा चटराज ने किया. मुख्य अतिथि आनंद महतो ने कहा कि नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है. नगर आयुक्त के पास दूरदर्शिता नहीं है. धनबाद का कचरा कभी ग्रामीण क्षेत्र तो कभी लोयाबाद, झरिया के हरियाली युक्त शुद्ध वातावरण वाले क्षेत्र में डंप करना चाह रहे हैं.
प्रदूषण से लोग परेशान
महतो ने कहा कि धनबाद, कतरास, सिंदरी, झरिया, छाताटांड़ अंचल के मुख्य मार्ग की नियमित सफाई, जल छिड़काव नहीं होने से पूरा कोयलांचल प्रदूषण की चपेट में है. सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. नई सड़कें बनती है और एक साल में टूटने लगती हैं. स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था दुरूस्त नहीं है. सरकार अविलंब नगर निगम का चुनाव कराये. विशिष्ट अतिथि मायुमो के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश रवानी ने कहा कि निगम ने कोरोना काल में मजदूरों से प्रतिदिन काम कराया. फिर जैसे ही बीमारी शिथिल हुई, उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. मजदूरों के साथ निगम व ठेकेदार सौतेला व्यवहार कर रहे हैं. नालियों में ब्लीचिंग पाउडर व मच्छर मारने की दवा का छिड़काव नहीं होने से लोग बीमार हो रहे हैं.
ठेकेदार बम-बम, जनता कर रही त्राहिमाम
मासस केंद्रीय सचिव बबलू महतो ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र के अधिकांश वार्डों में सड़कों को काटकर पाइपलाइन बिछाई गयी है, पर गड्ढे जैसे-तैसे भरे गये हैं. निगम क्षेत्र में ठेकेदार बम-बम हैं और जनता त्राहिमाम कर रही है. व्यवसायियों का ट्रेड लाइसेंस रिनुअल कराने, जन्म- मृत्यु का प्रमाण पत्र बनाने में काफी परेशानी हो रही है.