प्रतिनिधि, गढ़वा : गढ़वा पुलिस ने अपनी प्रेमिका से दुष्कर्म कर पत्थर से कूच कर उसकी हत्या करनेवाले प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उसकी निशानदेही पर खून लगा पत्थर, मिट्टी व उसके कपड़े भी बरामद किये हैं. गिरफ्तार प्रेमी पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के लिधकी गांव के बैना टोला निवासी बिंदा चौरसिया का पुत्र प्रमोद चौरसिया बताया गया है. इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय ने शनिवार को अपने कार्यालय के सभागार में प्रेसवार्ता कर दी. उन्होंने बताया कि भंडरिया थाना क्षेत्र के मंजरी गांव निवासी भिखारी सिंह के पुत्र मंगन सिंह ने भंडरिया थाने में उसकी पुत्री अमृता कुमारी (22 वर्ष) की हत्या कर उसका शव झाड़ी में छुपाने संबंधी आवेदन दिया था.
इस आलोक में पुलिस ने 19 फरवरी को भंडरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करते हुए रंका एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया था. इसके बाद 23 फरवरी को छापामारी दल ने प्रमोद चौरसिया को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए लाया था. पूछताछ एवं अनुसंधान के दौरान प्रमोद चौरसिया ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया. अपने स्वीकारोक्ति बयान में उसने मंजरी स्थित सोनहटवा टोंगरी के पास अमृता कुमारी के सिर पर पत्थर से मारकर उसकी हत्या कर देने की बात स्वीकार ली है.
शादी का दबाव बनाने पर हुआ था झगड़ा :
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रमोद चौरसिया व अमृता कुमारी दोनों एक ही जगह पर काम कर रहे थे. दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग था. अमृता, प्रमोद के साथ शादी कर घर बसाने का सपना देख रही थी. लेकिन प्रमोद शादी से भाग रहा था. जब अमृता शादी को लेकर उसपर दवाब बनाने लगी, तो इस बात को लेकर दोनों के बीच काफी नोंक-झोंक हुई थी. इसके बाद प्रमोद ने अमृता को खत्म करने की सोची. घटना के पहले उसने अमृता से दुष्कर्म किया और इसके बाद पत्थर से उसकी हत्या कर दी.
पहचान में हुई परेशानी :
पुलिस को मामले का अनुसंधान करने में परेशानी का सामना करना पड़ा. हत्या के बाद पुलिस को झाड़ी से मृतका की ऐसी कोई चीज बरामद नहीं हुई थी, जिससे उसकी पहचान हो सके. अमृता की हत्या कर झाड़ी में फेंक देने के बाद जानवर हड्डी छोड़कर उसका मांस खा चुके थे. पुलिस को सिर्फ एक कंकाल मिला था. प्रमोद की स्वीकारोक्ति के बाद मामले का अब खुलासा हो गया है. एसपी ने कहा कि पुलिस पूर्व में बरामद नरकंकाल का डीएनए जांच का प्रयास करेगी, ताकि न्यायालय में यह कंकाल अमृता कुमारी का होना साबित किया जा सके.
छापेमारी दल में शामिल पुलिस कर्मी :
छापामारी दल में रंका एसडीओ रोहित रंजन सिंह, भंडरिया थाना प्रभारी चंदन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक जनार्दन सिंह, आरक्षी राणा रणजीत कुमार, चालक आरक्षी गांधी उरांव, अजय खलखो, चालक हवलदार रामाशंकर राय, चौकीदार अजय पासवान व जैप आठ के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.