यूपीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गुरुवार देर शाम तक टीचिंग स्टाफ क्लब की जनरल बॉडी मीटिंग का आयोजन किया गया. शिक्षकों की इस बैठक में विश्वविद्यालय के हालात पर चिंता और आक्रोश व्यक्त की गई. मीटिंग में 100 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया. शिक्षकों ने जनरल बॉडी मीटिंग में समस्याएं गिनाई.
इन समस्याओं में टीचर्स एसोसिएशन के चुनाव का मुद्दा अहम था. एएमयू में कोर्ट और एग्जीक्यूटिव काउंसिल के पद लंबे समय से खाली पड़े हैं. इसके साथ ही नॉन टीचिंग स्टाफ, छात्र संघ के चुनाव नहीं कराए गए. शिक्षकों और छात्रों के संगठन के लोकतांत्रिक स्वरूप को खत्म करने का आरोप लगाया गया. शिक्षकों ने विश्वविद्यालय के अंदर अघोषित आपातकाल का जिक्र किया .
AMU शिक्षकों की जनरल बॉडी मीटिंग की बैठक में शिक्षकों ने सिलेक्शन कमिटी पर भी एतराज जताया. यूजीसी और सरकार द्वारा सभी शिक्षक पदों को भरने के लगातार आग्रह के बावजूद भी पिछले 6 साल से पद खाली पड़े हैं. शिक्षक बार-बार एग्जीक्यूटिव काउंसिल, AMU कोर्ट के चुनाव की मांग कर रहे हैं. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. शिक्षकों द्वारा मुद्दों को उठाने पर उनकी आलोचना और नोटिस भेजा जा रहा है.
शिक्षकों के जनरल बॉडी बैठक में विश्वविद्यालय की वित्तीय हालात पर भी चिंता व्यक्त की गई. विश्वविद्यालय की बदहाली का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सेवानिवृत्त शिक्षक और कर्मचारियों को रिटायरमेंट का लाभ समय पर नहीं मिल रहा है. शिक्षकों को पदोन्नति और एरियर का कई सालों से इंतजार कर रहे हैं. इसके साथ ही वेतन से काटे गए एनपीएस अंशदान में भी अक्सर छेड़छाड़ की जा रही है उसे जमा नहीं किया जा रहा है.
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आम सभा में शिक्षकों ने कुलपति से विश्वविद्यालय के मूल्यों और लोकाचार को बहाल करने का आह्वान किया है. अब AMUTA चुनाव के साथ कोर्ट के चुनाव की घोषणा के साथ लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बहाल करने का प्रयास होना चाहिए. जनरल बॉडी मीटिंग में यह संकल्प लिया कि एक सप्ताह के अंदर AMUTA चुनाव के लिए चुनाव कार्यक्रम अधिसूचित नहीं किया जाता है तो वह बायोकेमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर इमराना नसीम को अमुटा के चुनाव कराने के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी बनाकर आगे की कार्रवाई करेंगे.
रिपोर्टः आलोक, अलीगढ़