अलीगढ़ : यूपी के अलीगढ़ में वाड्रा सिनेमा हॉल में युवतियों, महिलाओं को ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म दिखाई गई. यह फिल्म विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले दिखाया गया. द केरल स्टोरी फिल्म देखने के बाद विश्व हिंदू परिषद पदाधिकारियों और युवतियों ने अपने अनुभव साझा किये. फिल्म देखने के बाद युवतियों ने बताया कि जिस तरह से फिल्म में भोली – भाली मासूम लड़कियों का ब्रेनवाश करके उनका दुरुपयोग विधर्मियों द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया गया. वह भयावह और दिल को झकझोर देने वाला है. लड़कियों को धोखा देकर उनकी जिंदगी को नर्क बनाया जाना जो दिखाया है. फिल्म में वह बहुत डरावना है.
वहीं विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने बताया कि भारतीय संस्कृति की जानकारी सभी युवा पीढ़ियों को होनी चाहिए. जिससे वह गलत रास्ते पर न भटक सकें. विश्व हिंदू परिषद पदाधिकारी ने बताया कि भारतीय संस्कृति के चित्रण को दर्शाती हुई. ऐसी फिल्में भारत में रिलीज होंगी तो संगठन निशुल्क मूवी दिखाने का काम करेगा.
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री मुकेश राजपूत ने बताया कि फिल्म दिखाने का उद्देश्य यह है कि दारुल हरम से दारुल इस्लाम बनाने के लिए पूरी दुनिया में जिहादियों का प्रपंच चल रहा है . जिहादियों की मानसिकता से बहने माताएं सच्चाई से अवगत हो और अपने परिवार को बचा सकें. उन्होंने बताया कि फिल्म में दिखाए गए तथ्य को केरला हाईकोर्ट ने ही उजागर किया था और उसी सच्चाई को फिल्म में दिखाया गया है. वहीं फिल्म देखने के बाद युवतियों ने कहा कि लड़कियों को अपने दिमाग से काम करना चाहिए, अब्दुल के बहकावे में नहीं आना चाहिए.
‘द केरल स्टोरी’ सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और विपुल शाह द्वारा निर्मित फिल्म है. जिसमें केरल की लड़कियों को लेकर कहानी गढ़ी गई है. जिसमें धर्मान्तरित होकर मुसलमान बनना और आईएसआईएस में शामिल होने का वाकया दिखाया गया है. फिल्म ‘लव जिहाद’ पर आधारित है. जो इस समय कंट्रोवर्सी में है. कुछ राजनीतिक पार्टियों ने इसे फिल्म निर्माताओं द्वारा राज्य को बदनाम करना बताया है. तो वहीं संघ परिवार के एजेंडे के रूप में फ़िल्म को देखा जा रहा है , जबकि एक वर्ग फिल्म का समर्थन करते हुए एक खतरनाक सच्चाई को दिखाने की बात कह रहा है.
रिपोर्टः आलोक, अलीगढ़