गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय 15 दिसंबर से प्रस्तावित एंड सेमेस्टर परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है. विश्वविद्यालय ने परीक्षा को लेकर केंद्र निर्धारण की कवायत भी शुरू कर दी है.विश्वविद्यालय प्रशासन ने महाविद्यालय का भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कर ली है. गोरखपुर विश्वविद्यालय ने गोरखपुर,कुशीनगर व देवरिया के महाविद्यालयों का भौतिक सत्यापन कराया है.कुलपति के निर्देश पर गठित 10 सदस्य की टीम ने सत्यापन के बाद बंद लिफाफे में अपनी गोपनीय रिपोर्ट कुल सचिव को सौंप दी है.जिसके बाद रिपोर्ट के आधार पर मानक के लिए निर्धारित 26 बिंदुओं पर खडा उतरने वाले महाविद्यालय ही परीक्षा केंद्र बनेंगे. परीक्षा केंद्र के लिए 215 महाविद्यालय की आवेदन किया था कुलपति के निर्देश पर भौतिक सत्यापन के लिए युवा शिक्षकों की तीन-तीन सदस्यों के 10 टीम का गठन किया गया.इसके बाद टीम ने सभी महाविद्यालयों को जियो टैग किया तथा महाविद्यालय में मौजूद सुविधाओं का भौतिक सत्यापन किया.
टीम ने महाविद्यालयों की दस्तावेजों का अवलोकन किया तथा सुविधाओं को परखा. सोमवार को गोरखपुर जनपद के करीब 80 महाविद्यालयों का निरीक्षण किया गया.उसके बाद यहां मौजूद संसाधनों तथा परीक्षार्थियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं व परीक्षा संपन्न कराने की आवश्यक मानकों की गहनता से जांच की गई.वहीं दूसरे दिन मंगलवार को टीम ने कुशीनगर की 55 महाविद्यालयों तथा तीसरे दिन बुधवार को देवरिया जिले के लगभग 80 महाविद्यालय की जांच की.
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परीक्षा के लिए उपलब्ध कक्षों की संख्या.
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महाविद्यालय तक समुचित मार्ग व वाहनों की पहुंचने की सुगमता.
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महाविद्यालय में चार दिवारी और गेट.
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सभी परीक्षा कक्षा में दोनों तरफ से वॉइस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरा.
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परीक्षार्थियों के लिए पेयजल शौचालय की व्यवस्था.
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प्राचार्य कार्यवाहक है या स्थाई.
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प्राचार्य एवं शिक्षक अनुमोदित है या नहीं.
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महाविद्यालय में कैमरे कितने हैं और विद्यार्थियों के बैठने की क्षमता क्या है.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप