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गोरखपुर: शक्तिपूजा के लिए तैयार हुई गोरक्षनाथ की तपोभूमि, सीएम योगी कल करेंगें शक्ति मंदिर में कलश स्थापना

शारदीय नवरात्र को लेकर हर जगह तैयारियां चल रही है. रविवार से शुरू होने वाले नवरात्र को लेकर बाजारों में दुकाने सज चुकी हैं. लोग खरीदारी करने बाजारों में पहुंच रहे हैं. नाथपंथ के अधिष्ठाता गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि गोरक्षपीठ मां शक्ति की पूजा के लिए तैयार है.

नाथपंथ के अधिष्ठाता गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि गोरक्षपीठ मां शक्ति की पूजा के लिए तैयार है. शारदीय नवरात्र के पहले दिन गोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर और सीएम योगी शाम 5:00 बजे शक्ति मंदिर में कलश स्थापना करेंगे. इसके साथ ही विशेष अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे. गुरु गोरक्षनाथ, भगवान शिव के अवतार हैं. लिहाजा नाथपंथी योगी शैव मतावलम्बी हैं, लेकिन गोरक्षपीठ में शिव के साथ शक्ति की आराधना की अद्भुत परंपरा है. मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में पूरे नवरात्र में भजन कीर्तन चलता है. नवरात्र की पूर्णाहुति पर राघव अर्थात भगवान राम का राजतिलक करने की परंपरा अन्य जगह नहीं देखने को मिलेगा. मगर, विजयादशमी (दशहरा) पर राघव का राजतिलक करने के लिए गोरक्षपीठाधीश्वर खुद मौजूद रहेंगे.

सीएम योगी होंगे शामिल

गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ बताते हैं कि शारदीय नवरात्र की पहले दिन शाम 5:00 बजे गोरखनाथ मंदिर में परम्परागत कलश यात्रा निकलेगी. यह यात्रा मंदिर के परम्परागत सैनिकों की सुरक्षा में निकलेगी, जिसमें सभी साधु-संत, पुजारी, योगी, वेदपाठी बालक, पुरोहित एवं श्रद्धालु शामिल होंगे. कलश यात्रा में शिव, शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्र त्रिशूल को मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ लेकर चलते हैं. परंपरा के अनुसार त्रिशूल लेकर चलने वाले को 9 दिन मंदिर में ही रहना होता है. भीम सरोवर के जल से मठ के प्रथम तल पर कलश की स्थापना कर सीएम योगी आदित्यनाथ मां भगवती की उपासना करेंगे.

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रोज होगी श्रीमददेवीभागवत की कथा

मंदिर के प्रधान पुजारी ने बताया कि मठ में शारदीय नवरात्र में श्रीमददेवीभागवत की कथा एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ पहले दिन से पूरे नवरात्र नौ दिन सुबह और शाम 4:00 बजे 6:00 बजे तक चलेगा. देवी-देवताओं के आह्वान के साथ पूजन-आरती होती रहेगी. अष्टमी की रात्रि 22 अक्टूबर को सीएम योगी आदित्यनाथ महानिशा पूजन एवं हवन करेंगे. नौ दिन व्रत रहने के बाद पूर्णाहुति हवन और कन्या पूजन से होती है. 23 अक्टूबर को सुबह 8:30 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कन्याओं का मातृ स्वरूप में पूजन कर उनके पांव पखारेंगे. बटुक भैरव के रूप में कुछ बालक भी इस पूजन अनुष्ठान में शामिल होंगे.

तिलकोत्सव के बाद निकलेगी विजय शोभायात्रा

विजयादशमी के दिन 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ, श्रीनाथ जी (गुरु गोरखनाथ) का विशिष्ट पूजन करेंगे. उसके बाद सभी देव विग्रह एवं समाधि पर पूजन होगा. अपराह्न 1:00 से 3:00 बजे तक तिलकोत्सव का कार्यक्रम चलेगा. उसके बाद 4:00 बजे से सीएम योगी रथ पर सवार होकर मानसरोवर मंदिर में देव विग्रहों का पूजन एवं अभिषेक करेंगे. उसके बाद मानसरोवर रामलीला मैदान में प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे. गोरक्षपीठाधीश्वर विजयादशमी के दिन साधु-संतों के आपसी विवादों के समाधान के लिए दंडाधिकारी की भी भूमिका में होंगे.

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