IGNOU Re-Registration: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGN
IGNOU Extends Re-Registration: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने पुनः पंजीकरण और नए प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ा दी है. उम्मीदवार जनवरी सत्र के लिए ओडीएल/ऑनलाइन मोड में प्रस्तावित कार्यक्रमों के लिए इग्नू की आधिकारिक वेबसाइट ignou.ac.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं.
अब 29 फरवरी तक करें आवेदन
जनवरी 2024 के लिए पुन: पंजीकरण 5 दिसंबर से शुरू हुआ था, और 29 जनवरी को समाप्त होने वाला था. इसे फिर 15 फरवरी तक और अब 29 फरवरी तक बढ़ा दिया गया था. यदि उम्मीदवारों को पोर्टल पर पंजीकरण करने में कठिनाई आती है, तो वे अपने खाते की पुनः सेटिंग/ईमेल आईडी या मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए क्षेत्रीय केंद्र से संपर्क कर सकते हैं.
FLIP में शामिल हैं ये पाठ्यक्रम
फिक्सड लर्नर इंटेक प्रोग्राम्स में ये पाठ्यक्रम शामिल हैं-
एचआईवी मेडिसिन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (PGDHIVM)
जराचिकित्सा चिकित्सा में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (PGDGM)
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (PGDMCH)
अस्पताल और स्वास्थ्य प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (PGDHHM)
सीबीआरएनई आपदाओं के चिकित्सा प्रबंधन में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र (PGCMDM)
नर्सिंग प्रशासन में डिप्लोमा (DNA)
आवेदन शुल्क
IGNOU में फिक्सड लर्निंग इंटेक प्रोग्राम्स पाठ्यक्रमों में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन शुल्क 400 रुपए आवेदन शुल्क निर्धारित किया गया है.
इग्नू क्या है?
इग्नू एक ऐसा विश्वविद्यालय है जहाँ छात्रों अपनी पढ़ाई करने के लिए क्लासरूम में जाने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि ये संस्थान डिस्टेंस एंव ऑनलाइन मोड में छात्रों को शिक्षा देते है. इसमें कला, विज्ञान और व्यवसाय जैसे विभिन्न विषयों के कई विभिन्न कोर्स हैं. इग्नू के माध्यम से छात्र 200 से भी अधिक कोर्सेस में से अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं, जैसे डिप्लोमा, बैचलर डिग्री, मास्टर्स डिग्री आदि.
इग्नू ने डिस्टेंस एंव ऑनलाइन मोड़ में सभी कोर्स कराता है यानि कि आपको किसी भी कोर्स की पढ़ाई करने के लिए किसी अन्य शहर या संस्थान में जाने की आवश्यकता नहीं है. इग्नू के माध्यम से आप अपने काम या नौकरी के साथ अपने समयनुसार कहीं पर भी रहकर पढ़ाई जारी रख सकते है.
इग्नू का इतिहास
इग्नू की स्थापना 1985 में एक संसदीय कानून द्वारा की गयी थी. यह पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया था, जो एक डिस्टेंस शिक्षा के मजबूत समर्थक थे. यह विश्वविद्यालय शुरुआत में केवल दो कोर्स और कुछ हजार छात्रों के साथ शुरू हुआ था. लेकिन वर्षों के बाद, यह दुनिया के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक बन गया है.
इग्नू ने उन लोगों को शिक्षा प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जो रेगुलर विश्वविद्यालयों में शामिल नहीं हो सकते हैं. इसने शिक्षा और रोजगार के बीच का अंतर कम करने में मदद की है और लोगों को सफल होने के लिए उन्हें आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान किया है.