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धनबाद : NIRF रैकिंग में टॉप 20 संस्थानों के मेधावी विद्यार्थियों को पीएचडी प्रोग्राम में मिलेगा सीधा दाखिला

धनबाद आईआईटी आईएसएम के साथ एमओयू है, वहां काम करने का दो वर्ष का अनुभव रखने वाले विद्यार्थियों को पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला दिया जायेगा. उनके लिए गेट, नेट, कैट व जीमैट की बाध्यता नहीं होगी.

धनबाद आईआईटी आईएसएम के सीनेट ने नये सत्र से कई एकेडमिक सुधार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसके तहत पीएचडी प्रोग्राम में एनआइआरएफ के ओवरऑल रैकिंग में टॉ 20 संस्थानों में शिक्षण संस्थानों के मेधावी विद्यार्थियों को सीधा दाखिला देने का निर्णय लिया गया है. ऐसे छात्रों की लिए गेट, नेट, कैट व जीमैट की बाध्यता समाप्त कर दी गयी है. वहीं ऐसे विद्यार्थियों के लिए पीजी प्रोग्राम में आठ सीजीपीए अंक अनिवार्य किया गया है. साथ ही ऐसे छात्र जिनके पास ऐसे पीएसयू या अनुसंधान संस्थान जिनका आईआईटी आईएसएम के साथ एमओयू है, वहां काम करने का दो वर्ष का अनुभव रखने वाले विद्यार्थियों को पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला दिया जायेगा. उनके लिए गेट, नेट, कैट व जीमैट की बाध्यता नहीं होगी.

फिर से शुरू होगा पार्ट टाइम पीएचडी प्रोग्राम

आईआईटी आईएसएम के सीनेट ने फिर से पार्ट टाइम पीएचडी प्रोग्राम शुरू करने का निर्णय लिया है. फंडेड रिसर्च पार्ट टाइम स्कॉलर को गेट, नेट, कैट व जीमैट की बाध्यता नहीं होगी.

कम अंक लाने पर फेलोशिप की राशि में होगी कटौती

सीनेट ने पीएचडी में क्वालिटी को बढ़ावा देने के लिए नियमों को सख्त बनाया है. अगर रेगुलर पीएचडी स्कॉलर को परीक्षा में 6.5 सीजीपीएस से पांच सीजीपीए स्कोर तक अंक आता है तो उनके इंस्टीट्यूट फेलोशिप में 50 प्रतिशत की कटौती होगी. स्कॉलर जब फिर से अगली परीक्षा में 6.5 सीजीपीए स्कोर करते हैं तो उन्हें फिर से फेलोशिप की पूरी राशि मिलने लगेगी. हालांकि उन्हें एरियर का भुगतान नहीं होगा. वहीं सीनेट ने रिसर्च स्कॉलरों के लिए क्यू वन और क्यू टू स्तर के जनरल में एक पेपर का पब्लिकेशन अनिवार्य कर दिया है.

बीटेक में बिना सूचना के सेमेस्टर ड्रॉप लेने पर लगेगी पेनाल्टी

नयी शिक्षा नीति के तहत बीटेक छात्रों को सेमेस्टर ड्रॉप लेने की आजादी है. ऐसे छात्र अपने विभाग को सूचना देकर सेमेस्टर ड्रृॉप ले सकते हैं. सेमेस्टर ड्रॉप लेने पर छात्रों को हॉस्टल छोड़ना होगा. वहीं बिना सूचना दिये सेमेस्टर ड्रॉप लेने वाले छात्रों को 10 हजार रुपये पेनाल्टी देनी होगी.

फिजिकल वेरिफेशन में एक सप्ताह से अधिक विलंब पर भी पेनाल्टी

आईआईटी आईएसएम की सीनेट ने सभी कोर्स के विभिन्न सेमेस्टर में क्लास शुरू होने के बाद फिजिकल वेरिफिशन के लिए अधिकतम समय सीमा तय कर दी है. छात्रों को क्लास शुरू होने के एक सप्ताह के अंदर फिजिकल वेरिफिकेशन करा लेना होगा. वहीं दो सप्ताह के बाद यह वेरिफिकेशन नहीं होगा. जबकि क्लास शुरू होने के एक से दो सप्ताह के बीच फिजिकल वेरिफिकेशन कराने पर पांच हजार रुपये पेनाल्टी देनी होगी. हालांकि पार्ट टाइम पीएचडी करने वालों को फिजिकल वेरिफिकेशन कराने की अधिकतम तय सीमा एक माह की गयी है.

स्कूली छात्राें को दी गयी रोबोटिक्स की जानकारी

आईआईटी आईएसएम के-12 आउटरीच प्रोग्राम के तहत शुक्रवार को लायंस पब्लिक स्कूल सिंदरी और होली मदर एकेडमी प्रधानखंता के 51 विद्यार्थियों ने संस्थान का भ्रमण किया. इस दौरान विद्यार्थियों को संस्थान के लेबोरेटरी, माइनिंग टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब, नरेश वशिष्ट सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन लैब, सेंटर ऑफ टेक्समिन का भ्रमण कराया गया. उन्हें रोबोटिक्स व एनीमेशन की जानकारी दी गई. ज्ञात हो कि आईआईटी आईएसएम के इस प्रोग्राम के तहत हर शुक्रवार को अलग-अलग स्कूलों के विद्यार्थियों को कैंपस का भ्रमण कराया जाता है. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में साइंस, टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना है.

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