Indian Railways: शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर से शुरू हो रहा है. इस दौरान देश के कोने-कोने से श्रद्धालु मिर्ज़ापुर के विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां विंध्यवासनी धाम में हाजिरी लगाने के लिए आते हैं. भारतीय रेलवे ने उनकी सुविधा को ख्याल रखते हुए विंध्याचल स्टेशन पर इस रूट से चलने वाली अतिरिक्त ट्रेनों के ठहराव का निर्णय लिया है. रेल प्रशासन की तरफ से विंध्याचल स्टेशन पर 11 जोड़ी ट्रेनों के ठहराव की घोषणा की गई है. वहीं वाराणसी कैंट डिपो से हर आधे घंटे पर रोडवेज बसों का संचालन होगा. इसकी वजह से मां विंध्यवासनी का दर्शन करने आने वाले भक्तों को काफी सहूलियत होगी. स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए बिजली, पानी, रैन बसेरा, खोया पाया केंद्र, उद्घोषक व अन्य जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था कर दी गई है. उन्होंने बताया कि यात्रियों को स्टेशन पर स्वचलित सीढ़ी की सुविधा भी है.
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बता दें कि शारदीय नवरात्र में मां विंध्यवासिनी मंदिर क्षेत्र में विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, जहां प्रदेश के ही देश के कोने-कोने से काफी संख्या में श्रद्धालु भी दर्शन व अपना शीश नवाते हैं. आसपास के जिलों से आने वाले दर्शनार्थी तो बसों और अन्य साधनों से सड़क मार्ग से दर्शन करने आते हैं, परंतु दूर-दराज से विंध्याचल आने वाले दर्शनार्थियों के लिए ट्रेन ही सहारा है. स्टेशन अधीक्षक इरफान सिद्दीकी ने बताया कि दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए रेल प्रशासन ने 11 जोड़ी अतिरिक्त ट्रेनों का विंध्याचल स्टेशन पर ठहराव की घोषणा की है.
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(12296) संघमित्रा एक्सप्रेस
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(12801) पुरुषोत्तम एक्सप्रेस
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(12142) पाटलिपुत्र एक्सप्रेस
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(12307) जोधपुर एक्सप्रेस
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(22307) जोधपुर एक्सप्रेस,
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(12487) सीमांचल एक्सप्रेस
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(12335) भागलपुर लोकमान्य तिलक
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(15946) गुवाहाटी एक्सप्रेस
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(15658) ब्रह्मपुत्र मेल
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(12168) वाराणसी एक्सप्रेस
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(15648) गुवाहाटी लोकमान्य तिलक
विंध्याचल स्टेशन पर लोकमान्य तिलक-पटना एक्सप्रेस, शिप्रा एक्सप्रेस, चंबल एक्सप्रेस, मुगलसराय-इलाहाबाद मेमू, महानंदा एक्सप्रेस, टाटानगर-जम्मू तवी एक्सप्रेस, चोपन-इलाहाबाद पैसेंजर, हावड़ा-मुंबई मेल, महानगरी एक्सप्रेस, मुगलसराय-इलाहाबाद मेमू, महाबोधि एक्सप्रेस, ताप्ती गंगा एक्सप्रेस, वाराणसी-छपरा, ताप्ती गंगा, भागलपुर दुर्ग एक्सप्रेस, त्रिवेणी एक्सप्रेस, गोदिया बरौनी, मगध एक्सप्रेस आदि ट्रेनों का ठहराव हो रहा है.
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वहीं मिर्जापुर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कालीखोह, अष्टभुजा एवं विंध्य कॉरिडोर के विंध्याचल मंदिर परिसर, पक्का घाट मार्ग, न्यू वीआईपी मार्ग व अन्य जगहों की निरीक्षण किया. इस दौरान कॉरिडोर में निर्माण कार्य में लगे विभागों के अधिकारियों को उन्होंने 14 अक्तूबर से पहले कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्र मेला 14-15 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है. उसके पहले कार्य पूरे करायें. राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर से जिलाधिकारी ने कहा कि विंध्याचल मंदिर से पक्का घाट जाने वाले मार्ग के फुटपाथ पर रखे मलबा को दो दिन के अन्दर हटवाकर सफाई कराना सुनिश्चित करें. पक्का घाट की सीढ़ियों के दोनों तरफ लगे कूड़े के ढेर की तत्काल साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया.
जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन हवन कुंड का भी निरीक्षण किया तथा मेला से पहले कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने बताया कि नवरात्र मेला क्षेत्र में पेयजल, बिजली आदि की सुविधा के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि श्रद्धालुओं किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए. उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर को गंदा करने वाले पर 1000 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा. कालीखोह मार्ग पर जन सुविधाएं एवं आध्यात्मिक गैलरी, डबल स्टोरी पार्किंग आदि के लिये जमीन का निरीक्षण करते हुये जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग से शासकीय भूमि की पैमाइश कराकर अवैध अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया.
उन्होंने अष्टभुजा मार्ग पर नीचे की तरफ स्थित रोपवे के सामने की जमीन की भी पैमाइश कराकर सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटवाने तथा रोपवे के सामने के तालाब की सफाई व सुंदरीकरण कराने का भी निर्देश दिया. उन्होंने संबंधित ग्राम प्रधान व खंड विकास अधिकारी के माध्यम से छह अक्टूबर से ही कार्य प्रारंभ कराया जाना चाहिए. इसी प्रकार जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को उन्होंने निर्देश दिया कि तालाब व रोपवे के सामने स्थित रैन बसेरा का रंगाई-पुताई कराकर यात्रियों के लिये तैयार करायें. निरीक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी सदर चन्द्रभानु सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग सुनील दत्त आदि मौजूद रहे.