IRCTC Gujarat Tour Package: गुजरात का इतिहास बहुत ही पुराना है. यहां घूमने के लिए एक से बढ़कर एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है. देश-विदेश से पर्यटक गुजरात घूमने आते हैं. अगर आप भी यहां विजिट करने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) शानदार ऑफर लेकर आया है. चलिए जानते हैं इस टूर पैकेज की पूरी डिटेल.
IRCTC गुजरात टूर पैकेज
दरअसल आईआरसीटीसी गुजरात टूर पैकेज लाया है. इस टूर पैकेज का नाम GARVI GUJARAT (CDBG09) है. इसमें आपको 8 दिन और 7 रात गुजरात घूमाया जाएगा.
गुजरात टूर पैकेज कब से शुरू हो रही
आईआरसीटीसी गुजरात टूर पैकेज अगले महीने 9 तरीख से शुरू हो रही है, यानी 9 अक्टूबर 2023 से शुरू होगी. इस टूर पैकेज में आपको दिल्ली से स्टैचू ऑफ यूनिटी, सोमनाथ, द्वारका, नागेश्वर, बेट द्वारका, अहमदाबाद, मोढेरा, पटान घूमाया जाएगा.
गुजरात टूर पैकेज की बुकिंग कैसे करें
इस टूर पैकेज की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट irctctourism.com पर जाकर की जा सकती है. इसके अलावा आईआरसीटीसी पर्यटक सुविधा केंद्र, जोनल कार्यालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से भी बुकिंग कर सकते हैं.
Also Read: Middle Berth Rules: क्या है मिडिल बर्थ का नियम, जानिए सोने का सही समय, कितने बजे तक TTE टिकट चेक कर सकता हैVisit religious & historic sites of Garvi Gujarat by @IR_BharatGaurav, covering the three significant temples i.e. Somnath, Nageshwar Jyotirling and Dwarkadhish including @souindia starting on 9.10.23 from Delhi.
— IRCTC Bharat Gaurav Tourist Train (@IR_BharatGaurav) September 6, 2023
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गुजरात में घूमने की जगह
पोरबंदर बीच (Porbandar Beach) गुजरात राज्य के पोरबंदर शहर में स्थित है. यह बीच अरब सागर के तट पर स्थित है और पोरबंदर का प्रमुख पर्यटन स्थल है. पोरबंदर बीच एक सुंदर समुद्र तट के साथ जुड़ा हुआ है और यह बीच अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. इस बीच से आप पर्वतीय दृश्यों का आनंद भी ले सकते हैं. बीच से आप कुछ पर्वत श्रृंग भी देख सकते हैं जो इस स्थान को आकर्षक बनाते हैं. यहीं नहीं पोरबंदर बीच पर सूर्यास्त और सूर्योदय का नजारा अद्भुत होता है. समुद्र तट पर सूर्यास्त और सूर्योदय को देखने का अनुभव यादगार होता है. अगर आप गुजरात घूमने आ रहे हैं तो पोरबंदर बीच पर जरूर जाएं.
आप अपनी फैमिली के संग साबरमती आश्रम जा सकते हैं. साबरमती आश्रम (Sabarmati Ashram) को महात्मा गांधी के द्वारा स्थापित किया गया था. यह आश्रम महात्मा गांधी के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय उनकी आधारशिला के रूप में कार्य किया. साबरमती आश्रम की स्थापना 25 मई, 1915 को महात्मा गांधी ने की थी. आश्रम का निर्माण दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद भारत में गांधीजी के पहले आश्रम के रूप में किया गया था. आश्रम को अहमदाबाद के कोचरब क्षेत्र में स्थापित किया गया था. 17 जून 1917 को आश्रम को साबरमती नदी के किनारे खुली जमीन के भूभाग पर स्थानांतरित कर दिया गया. तब से इसे साबरमती आश्रम के नाम से जाना जाता है. बता दें साबरमती आश्रम को सत्याग्रह आश्रम के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि सत्याग्रह आंदोलन की नींव यहीं से शुरू हुई थी.
कांकरिया झील अहमदाबाद में स्थित है. यह शहर की दूसरी सबसे बड़ी झील है. कांकरिया झील का निर्माण 1451 में हौज़-ए-कुतुब के रूप में किया गया था. हाल ही में इसे शहर के मनोरंजन स्थल के रूप में बदल दिया गया है. झील के किनारे बैलून सफारी, चिड़ियाघर, खिलौना ट्रेनें और मनोरंजन पार्क हैं.
कोचरब आश्रम (Kochrab Ashram) महात्मा गांधी के द्वारा स्थापित गुजरात में स्थित एक महत्वपूर्ण स्थल है. यह आश्रम महात्मा गांधी के सत्याग्रह और आध्यात्मिक अभियान का केंद्र है. इस आश्रम का स्थापना महात्मा गांधी ने 1915 में की थी, जब वह गुजरात के अहमदाबाद में लौटकर आए थे. यह आश्रम महात्मा गांधी के सत्याग्रह के आध्यात्मिक और आदर्श जीवन के आधार पर आधारित है. इस आश्रम में आज महात्मा गांधी के जीवन और उसके सत्याग्रह को संजोकर रखा गया है.
रानी की वाव
‘रानी की वाव’ गुजरात के सबसे पुराने बावड़ियों में से एक है. यह बेहद ही खूबसूरत और अजूबे कारीगरी की मिसाल है. इस बावड़ी की लंबाई 64 मीटर है जबकि चौड़ाई 20 मीटर और गहराई 28 मीटर है. इसमें 500 से अधिक प्रमुख मूर्तियां हैं और ‘रानी की वाव’ सात मंजिला है. यहां देश-विदेश से पर्यटक घूमने आते हैं. आप अगर गुजरात घूमने गए हैं तो रानी की वाव जरूर जाएं.