डुमरी विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. सबसे अधिक महिला मतदाताओं में वोटिंग करने को लेकर उत्सुकता देखी जा रही है.
सुबह 7 बजे से सभी बूथों पर कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग जारी है. बता दें कि डुमरी विधानसभा क्षेत्र के कई पंचायत नक्सल प्रभावित और अतिनक्सल प्रभावित हैं, जंहा पहले लोग नक्सलियों के खौफ से वोट डालने के लिए अपने घरों से बाहर तक नहीं निकलते थे, लेकिन अब नक्सलियों के गढ़ में जबरदस्त वोटिंग हो रही है.
डुमरी के इलाके में शांतिपूर्ण मतदान हो इसके लिए जिला पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान सुबह से तैनात हैं.
सुरक्षा बल के जवान डुमरी के हर अतिसंवेदनशील बूथ का जायजा ले रहे है. जबकि एसपी दीपक कुमार शर्मा झरहा से सटे अकबकीटांड बूथ के अलावा कई बूथों पर पहुंचे.
चुनाव के दौरान सुरक्षा में एलएमपी भी लगे हैं. डुमरी के नुरंगों से सटे मुफ्फसिल थाना इलाके के बारागढ़ा इलाके ने मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान दलबल के साथ गस्त कर रहे हैं.
चूंकि यह इलाका 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा का इलाका है, फिलहाल कृष्णा हांसदा जेल में हैं, लेकिन इसके बावजूद पुलिस इस इलाके में खास तौर पर नजर रख रही है.
सुरक्षा बलों की मौजदूगी में मतदाता खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. वे निडर होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.
नक्सलियों के खौफ के कारण किसी जमाने में लोग वोटिंग के लिए सामने नहीं आते थे, लेकिन अब ऐसा माहौल नहीं है. इस इलाके में पिकेट खुल चुका है. बाजार भी पूरी तरह से दिनभर रौनक रहता है. जिस कारण इलाके में बड़ा बदलाव हुआ है.
मतदान कर्मियों को बूथों तक पहुंचाने और मतदान सम्पन्न कराने तक के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है. गिरिडीह एसपी अमित रेणु खुद पूरे इलाके में सुबह से ही गस्त करते दिखे.