Jharkhand Foundation Day: 15 नवंबर, 2022 को झारखंड 22 साल का हो जाएगा. इस 22 साल में राज्य ने कई प्रगति की है. इसी कड़ी में राज्य का पहला सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क राज्यवासियों को जल्द मिलने वाला है. इससे मल्टीनेशनल कंपनियां यहां आएगी. इससे लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके अलावा राज्य में चार अन्य सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का निर्माण हो रहा है. इसके साथ ही राज्य में कुल पांच सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क बन रहे हैं. वहीं, डाटा सेंटर से देश-विदेश स्थित क्लाइंट को सेवाएं भी मिलेगी.
25 करोड़ की लागत से सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क तैयार
भारत और झारखंड सरकार के संयुक्त पहल से सरायकेला-खरसावां स्थित आदित्यपुर के श्रीडुंगरी में बने लगभग 25 करोड़ की लागत से तैयार सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (Software Technology Park- STP) में भारत सरकार के सेंटर फॉर एक्सीलेंस (Center for Excellence) के साथ यूएस की क्यू कनेक्ट, उदयपुर की फाइव स्पलैश कंपनियों के अलावा यूके का डाटा सेंटर स्थापित होंगे. इसके लिए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) को प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
करीब तीन हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
छह माह में इन परियोजनाओं के शुरू होने के बाद यहां लगभग तीन हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा. इतना ही नहीं, यहां स्टार्टअप इको सिस्टम विकसित किया जाएगा. जिसका लाभ पूरे कोल्हान को मिलेगा. STPI के अपर निदेशक सिद्धार्थ राय ने बताया कि उक्त चारों परियोजनाएं के छह माह में शुरू होने की संभावना है. डाटा सेंटर से देश-विदेश स्थित क्लाइंट को सेवाएं मिलेगी.
तीन माह में पूरी तरह तैयार हो जायेगा STP
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क अगले तीन माह में बनकर पूरी तरह तैयार हो जायेगा. इस समय इसकी आंतरिक रिपोर्ट आनी बाकी है और लैंड स्केपिंग का काम चल रहा है. जिसके तहत भवन के समक्ष पार्क, वाहनों की पार्किंग आदि का होना है. उक्त सभी काम इस साल के अंत तक पूरे हो जाएंगे.
स्टार्टअप इकोसिस्टम से मिलेगी कई सुविधा
श्री राय ने बताया कि एसटीपी में स्थापित होने वाले स्टार्टअप इकोसिस्टम से युवाओं को कई सुविधाएं मिलेगी. इसके माध्यम से विश्व के इकोसिस्टम से जुड़ने का मौका मिलेगा. यह न सिर्फ सॉफ्टवेयर का बाजार मुहैया कराएगा, बल्कि टीम को बड़ा करने के लिए सीड फंडिंग के साथ प्रोटोटाइप फंड उपलब्ध कराने के साथ किसी उत्पाद को पेटेंट करवाने में विशेषज्ञों की मदद भी दिलवायेगा.
स्टार्टअप का माहौल बनाना है उद्देश्य
एसटीपी की स्थापना का उद्देश्य इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी (आइटी) के क्षेत्र में आधारभूत सुविधा व स्टार्टअप के लिए माहौल विकसित करना है. इसके माध्यम से मेंटरशिप उपलब्ध कराया जायेगा. जिससे विश्व के किसी भी कोने में स्थित इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की मदद मिलेगी.
बोकारो में होगा झारखंड का पांचवां एसटीपी
जमशेदपुर, देवघर, रांची, धनबाद के बाद अब बोकारो में भी सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क बनाया जायेगा. जो झारखंड का पांचवां सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क होगा. सरायकेला के आदित्यपुर में एसटीपी लगभग तैयार हो चुका है, जबकि देवघर, रांची और धनबाद में इसका काम प्रगति पर है.