पंचायत सचिवालय स्वयं संघ के कर्मचारियों पर आज विधानसभा के नजदीक लाठीचार्ज किया गया. ज्ञात हो कि अपनी मांगों के समर्थन में पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक प्रदर्शन कर रहे थे. लाठीचार्ज से पहले उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े गए और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया.
अबतक प्राप्त जानकारी के अनुसार लाठीचार्ज में घायल तीन लोगों को इलाज के लिए नजदीक के पारस अस्पताल भेजा गया है. पंचायत स्वयंसेवक संघ के कर्मचारी पिछले 4 दिनों से विधानसभा के नजदीक स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे थे. विधानसभा सत्र के आखिरी दिन इन्हें उम्मीद थी कि कई विधायक-मंत्री इनसे मुलाकात करने पहुचेंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, जिसकी वजह से पंचायत स्वयं सेवक प्रदर्शन के दौरान उग्र हो गए.
पंचायत स्वयंसेवक संघ के उग्र प्रदर्शन को रोकने के लिए पहले वाटर कैनन और आंसू गैस का प्रयोग किया गया, लेकिन जब वे शांत नहीं हुए तो लाठीचार्ज किया गया. लाठीचार्ज में दो महिला और दो पुरुष के घायल होने की बात भी सामने आई है.
अब पंचायत स्वयंसेवक संघ के सदस्य यह कह रहे हैं कि जबतक स्वास्थ्य मंत्री आकर इनसे वार्ता नहीं करेंगे तब तक इनका प्रदर्शन जारी रहेगा. आपको बता दें कि ये पिछले 167 दिनों से राजभवन के सामने धरना दे रहे थे.
Also Read: Parliament Session: लोकसभा से आज तीन और सांसद निलंबित, संसद से अबतक 146 MLA हो चुके हैं सस्पेंडपंचायत सचिवालय स्वयं सेवक को मानदेय दिया जाए.
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक की सेवा स्थाई की जाए.
पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक का नाम बदलकर पंचायत सहायक किया जाए.
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का पंचायती राज विभाग में समायोजन किया जाए.
मुख्यमंत्री से संघ के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की वार्ता कराई जाए.