Jharkhand News: मणिपुर में हिंसाग्रस्त क्षेत्रों से झारखंड के युवाओं की सकुशल वापसी हो रही है. गढ़वा के विशुनपुरा प्रखंड स्थित पिपरी खुर्द निवासी अनिरुद ठाकुर का 28 वर्षीय पुत्र राम कुमार ठाकुर मणिपुर के इंफाल में फंसा हुआ है. मणिपुर में फंसे मजदूर राम कुमार ठाकुर से दूरभाष पर हुई बातचीत में उसने बताया कि कंपनी ने 16 मई को झारखंड के अलग-अलग जिले के तीन मजदूरों का इंफाल से कोलकाता का टिकट बुक कराया है. वहीं, संध्या गांव निवासी महेंद्र मेहता की पुत्री प्रियांशु पायल बुधवार को सकुशल अपने घर वापस आ रही है.
कोडरमा के सुभाष और सचिन की भी होगी सकुशल वापसी
उसने बताया कि उसके साथ झारखंड के कोडरमा जिले के सुभाष कुमार राम एवं सचिन कुमार हैं. उसने बताया कि मणिपुर में हो रही हिंसा के बाद वे लोग सेना की निगरानी में हैं तथा पूरी तरह सुरक्षित हैं. उसने बताया कि वहां पर अभी भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है. किसी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है.
हिंसा की खबर से परेशान हैं परिजन
रामकुमार के पिता अनिरुद ठाकुर, माता मालती देवी एवं पत्नी गीता देवी ने बताया कि उन लोगों की दूरभाष से लगातार बात हो रही है. लेकिन, हिंसा को बात सुन कर वे लोग काफी घबराये हुए हैं. रामकुमार जब तक घर वापस नहीं आ जाता, तब तक उन लोगों को ठीक से नींद नहीं आयेगी.
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बुधवार को घर पहुंच जायेगी प्रियांशु
इधर, मणिपुर में फंसी संध्या गांव निवासी महेंद्र मेहता की पुत्री प्रियांशु पायल घर वापसी के लिए निकल चुकी है. प्रियांशु मणिपुर में एनआईटी में इंजीनियरिंग कर रही है. उसका नामांकन पिछले साल ही हुआ था. परिजनों ने बताया कि मणिपुर में हिंसा फैलने के बाद दोस्तों की मदद से प्रियांशु मणिपुर से जहाज से कोलकाता आयी. उसके बाद कोलकता से वह उसी जहाज से दिल्ली आ गयी है. उसने बताया कि मंगलवार की शाम को घर वापसी के लिए ट्रेन पकड़ेगी. परिजनों ने बताया कि घर वापसी के लिए सरकार की कोई सहायता नहीं मिली. किसी तरह परिजन एवं दोस्तों की मदद से वह घर लौट रही है. वह बुधवार तक अपने घर पहुंच जायेगी.