Kanpur News: कानपुर के चर्चित बिकरु कांड के मुख्य आरोपी के खजांची और करीबी जय बाजपेई और उसके भाई रजयकांत बाजपेई को अब ईओडब्ल्यू ने नोटिस जारी किया है. आय से अधिक सम्पत्ति की जांच ईओडब्ल्यू द्वारा की जा रही है. एडवोकेट सौरभ भदौरिया की शिकायत पर जांच शुरू हुई है.जयकांत और उसके भाई रजयकांत बाजपेई के खिलाफ एडवोकेट ने शासन में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने 54 संपत्तियों की सूची सौंपी थी. एडवोकेट का आरोप है कि यह सारी संपत्ति काले धन से बनाई गई है. शासन ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए ईओडब्ल्यू कानपुर इकाई को जांच सौंप दी थी.
2- 3 जुलाई 2020 को कानपुर में हुए बिकरु कांड में कुख्यात बदमाश विकास दुबे ने अपने गुर्गों की मदद से सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद विकास औऱ उसके गुर्गे फरार हो गए थे. पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही थी. वहीं पुलिस ने बिकरु कांड के 10 दिन के अंदर विकास दुबे को पकड़ कर एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. विकास दुबे के एनकाउंटर से शियासत भी गर्मा गई थी. वहीं बिकरु कांड की जांच में विकास की मदद करने वाले और घटना में विकास के करीबियों को भी गिरफ्तार किया था. फिलहाल 50 से अधिक आरोपी अभी जेल में है.
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बिकरु कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के खचांची और करीबी रहे जयकांत बाजपेई का नाम बिकरु कांड में उजागर हुआ था.दरअसल जय बाजपेई विकास दुबे का फाइनेन्सर भी था.विकास की वह मदद हर समय करता था.बिकरु कांड में भी जय की संलिप्तता पाई गई थी जिसके बाद जय और उसके भाइयों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था वही पुलिस और अन्य विभाग की टीम अभी भी मामले की जांच कर रही है.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी