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झारखंड: खरसावां गोलीकांड के शहीदों की करायी जाएगी पहचान, अपना कार्यकाल पूरा करेगी सरकार, बोले सीएम हेमंत सोरेन

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने मंच से विपक्षी दलों पर निशाना साधा. अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी जनता के समक्ष रखा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और 2024 का भी चुनाव जीतकर वे सरकार बनाएंगे.

खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश/ प्रताप मिश्रा: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को खरसावां के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि खरसावां के शहीद स्थल को आदिवासियों का प्रेरणा स्थल बनाएंगे. हमारे पूर्वजों ने अपने प्राणों का बलिदान देकर इस स्थल को प्रेरणा स्थल बनाया है. हमारी सरकार ने हमेशा शहीदों को सम्मान दिया है. खरसावां गोलीकांड के शहीदों की पहचान कराने का प्रयास किया जाएगा, ताकि शहीदों के आश्रितों को भी सम्मान मिल सके. उन्होंने कहा कि जल्द ही शहीद स्थल के पास के क्षेत्र में सात करोड़ रुपये से विकास कार्य होंगे. आगे और भी योजना बनायी जाएगी. सीएम ने मंच से विपक्षी दलों पर निशाना साधने के साथ-साथ अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी जनता के समक्ष रखा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और 2024 का भी चुनाव जीतकर वे सरकार बनाएंगे.

2024 रहेगा उठापटक का साल

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अलग राज्य बनने के दौरान यहां सरप्लस बजट था, परंतु पूर्व की सरकारों ने यहां के संसाधनों का दोहन किया. 2019 में सरकार बनने के बाद से ही हमने आदिवासियों को उनका हक और अधिकार देना शुरू किया, जिससे उनके पेट में दर्द होने लगा. राजनीतिक मैदान में हमसे नहीं सके, तो तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर परेशान कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि सरकार गठन के बाद से ही विपक्षी दल के नेता हमारी सरकार को गिराने का षडयंत्र रच रहे हैं, लेकिन झारखंड के युवा अब जागरूक हो चुके हैं. उनके हर मंसूबों पर पानी फेरने के लिए तैयार बैठे हैं. ये अपने मंसूबे में कभी सफल नहीं होंगे. हमारी सरकार पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. इसके साथ ही 2024 में अगले पांच साल के लिए भी सरकार बनायेंगे. सीएम ने कहा कि झारखंड के माथे से पिछड़े राज्य के कलंक को मिटाने का काम करेंगे. मंच से विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि 2024 राजनीतिक उठापटक का साल रहेगा. ऐसे में हमें एकजुटता दिखाते हुए फिर से सरकार बनानी है.

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आदिवासी-दलित एक हो गये तो देश की सत्ता से बाहर हो जाएंगे विपक्षी दल

सीएम हेमंत सोरेन ने देशभर के आदिवासियों को एक होने की अपील करते हुए कहा कि देश में करीब डेढ़ सौ लोकसभा सीट एसटी-एससी के लिए आरक्षित है. जिस दिन आदिवासी व दलित एक हो गये, ये देश की सत्ता में कभी वापस नहीं आ पायेंगे. उन्होंने कहा कि जो इस राज्य पर बुरा नजर डालेगा, उसे झामुमो नहीं छोड़ेगी. यहां के लोगों के मान, सम्मान स्वाभिमान से खिलवाड़ करने नहीं दिया जायेगा. शहीद स्थल पर किसान मेला के आयोजन पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का नाम लिए बगैर आलोचना करते हुए कहा कि आज के दिन हम सभी शहीद दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाते हैं. मगर कुछ लोग इसकी रूपरेखा बदलने में लगे हुए हैं.

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शहीद दिवस की महत्ता को कम करने के लिए लगाया गया किसान मेला

सीएम की उपस्थिति में सभा को संबोधित करते हुए खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि वीर शहीदों की महत्ता को कम करने के लिए आज के दिन भारत सरकार द्वारा शहीद किसान मेला का आयोजन किया गया है. हम किसान मेला के विरोधी नहीं है, इसका आयोजन अलग दिन में होना चाहिए था. शहीद दिवस पर किसान मेला का आयोजन कर शहीदों की महत्ता को कम करने का प्रयास किया गया. खरसावां की जनता ने 2014 में वैसे लोगों को नकारने का काम किया. उन्होंने कहा कि खरसावां की जनता के प्यार व आशीर्वाद के कारण मैंने 2014 में दो शहीदों के आश्रितों को चिन्हित करते हुए सम्मान दिलाने का काम किया था. विधायक ने कहा कि खरसावां गोलीकांड के आंदोलनकारियों सम्मानित करने हेतु राज्य सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा है ताकि सरकार द्वारा शहीदों के लिए चलाई जा रही योजना का लाभान्वित हो सकें

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विकास के मार्ग पर आगे ले जा रही हेमंत सोरेन सरकार

आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आजाद भारत के एक वर्ष बाद पूर्वजों ने इसी धरती से आंदोलन का बिगुल फूंका था. पिछली सरकार ने जब सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन करने का प्रयास किया तो इसी खरसावां की धरती से विरोध के स्वर उठे और उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा. क्षेत्र के सांसद ने यहां इतिहास को कैसे समाप्त करें, इसके लिए प्रयास किया है. भाजपा को झारखंड के नाम से परहेज था. वनांचल करने का प्रस्ताव दिया था.

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ये थे मौजूद

मौके पर कल्याण मंत्री जोबा मांझी, विधायक दशरथ गागराई, दीपक बिरुआ, सविता महतो, सुखराम उरांव, जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, भुवनेश्वर महतो, आदिवासी हो समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष कृष्ण चंद्र बोदरा, मनोज सोय, सावित्री कुदादा, सुभेंदु महतो आदि उपस्थित थे. सभा स्थल पर काफी संख्या में लोग पहुंचे थे. इससे पूर्व सीएम ने मंत्री व विधायकों के साथ शहीद बेदी पर पारंपरिक तरीके से फूल व तेल चढ़ा कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी.

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