Etawah Bharthana Vidhan Sabha Chunav: इटावा जिले की भरथना की पहचान राजनीति से इतर पर्यटन और चावल के लिए भी है. अब यहां का चावल कारोबार बंद होता जा रहा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भरथना सीट से भारतीय जनता पार्टी से सावित्री कठेरिया ने समाजवादी पार्टी के कमलेश कुमार कठेरिया को पराजित किया. इटावा की भरथना सीट पर 20 फरवरी को मतदान है.
भरथना सीट पर 2017 से पहले सपा का वर्चस्व रहा है. 2017 की मोदी लहर में भरथना से बीजेपी की सावित्री कठेरिया ने जीत दर्ज की. 2007 में मुलायम सिंह यादव भी भरथना सीट से चुनाव जीते थे. 2012 में कांग्रेस, सपा और भाजपा ने महिला प्रत्याशी उतारा. 2017 में पहली बार भरथना से महिला चुनी गईं.
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2017- सावित्री कठेरिया- भाजपा
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2012- सुख देवी वर्मा- सपा
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2007- मुलायम सिंह यादव- सपा
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2002- विनोद कुमार यादव ‘कक्का’- कांग्रेस
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1996, 1993- महाराज सिंह यादव- सपा
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1991- महाराज सिंह यादव- जेपी
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1989- महाराज सिंह यादव- जेडी
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1985- चौधरी महाराज सिंह- एलकेडी
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1980- गोरेलाल शाक्य- इंक (आई)
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1977- महेंद्र सिंह- जेएनपी
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2017 के चुनाव में सावित्री कठेरिया ने जीत दर्ज की थी.
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सावित्री कठेरिया मिलनसार व्यक्तित्व की महिला हैं.
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यादव- 65 हजार
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जाटव- 55 हजार
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ब्राह्मण- 45 हजार
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कुशवाहा- 25 हजार
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क्षत्रिय- 22 हजार
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वैश्य- 18 हजार
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मुस्लिम- 15 हजार
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कुल मतदाता- 4,05,438
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पुरुष- 2,18,827
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महिला- 1,86,595
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अन्य- 16
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यमुना नदी के आसपास के इलाके में विकास नहीं.
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ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव.