भाजपा नीत केंद्र सरकार से राज्य के बकाया फंड का भुगतान करने की मांग पर रेड रोड के पास डॉ भीमराव आंबेडकर प्रतिमा के समक्ष तृणमूल कांग्रेस के धरना के दौरान पार्टी के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष (Kunal Ghosh) ने बीरभूम के प्रभावशाली नेता माने जाने वाले अनुब्रत मंडल के अंदाज में अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा को चेतावनी दे डाली. धरना के दौरान श्री घोष की जुबान से ‘अनुब्रत-वाणी’ सुनी गयी. जिस तरह से मंडल ने विपक्षी दलों को अप्रत्यक्ष तौर पर चेतावनी देते हुए कहा था कि अब बीरभूम में ‘चड़ाम-चाड़म ढोल बजेगा’ व ‘नकुलदाना, बतासा व पानी बंटेगा’, उसी तरह धरना मंच से श्री घोष ने कहा कि “यदि बार-बार तृणमूल नेताओं की छवि धूमिल करने की कोशिश की जायेगी. उनपर दबाव बनाया जायेगा, तब चुप नहीं रहा जा सकता है.
एक बार पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी अनुमति दें, हम उन्हें बता देंगे कि बार-बार तृणमूल के लोग उन्हें रवींद्र संगीत नहीं सुना सकते हैं. अनुब्रत के बीरभूम की तरह ही अब ‘चड़ाम-चड़ाम’ ढोल बजेगा. तृणमूल से राजनीतिक रूप से लड़ाई में सफल नहीं होने पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का वे (भाजपा) सहारा ले रहे हैं. ऐसे में अब चुनाव में उन्हें इसका जवाब मिलेगा.” गौरतलब है कि अनुब्रत मंडल मवेशी तस्करी के आरोप में केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किये जा चुके हैं और फिलहाल तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में हैं.
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कुणाल घोष ने बताया कि बीजेपी अणुब्रत मंडल के नारे को सामने रखकर सत्ताधारी पार्टी का विरोध करती रहेगी. उन्होंने कहा, ‘वो रोज हमारे नेताओं को नाम लेकर कोसेंगे और क्या हम उन्हें रसगुल्ला खिलाएंगे ?’ भाजपा चुनाव लड़ने की जगह ईडी व सीबीआई का के जरिये नेताओं को परेशान कर रही है. इसका जवाब लोकसभा चुनाव में मिलेगा.
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