Aligarh News: बीते 17 अगस्त को राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति को महाविद्यालयों की परीक्षा शुल्क के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसे अगर गौर से देखें, तो इसे ‘ संदिग्ध ज्ञापन’ कहना ग़लत नहीं होगा. यह ज्ञापन चर्चा में बना हुआ है. यूनिवर्सिटी ने ज्ञापन सौंपने वाली एसोसिएशन के प्रमाणिकता की जांच कराने की बात कही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जो ज्ञापन दिया गया, उसके लैटर पेड पर स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, अलीगढ़ लिख है और सबसे नीचे जो मुहर लगी है वह अध्यक्ष, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय वित्तविहीन एसोसिएशन, अलीगढ़ की है. यानी जैसे बसपा ज्ञापन दे रही हो और मुहर सपा की लगी हो. यानी लेटर पैड किसी और के नाम का और मोहर किसी और के नाम की. ज्ञापन में हाइलाइट किए गए मैटर में लिखा है कि अति शीघ्र ही माननीय उच्च न्यायालय का फैसला कॉलेज और विद्यार्थियों के हित में आने वाला है. ऐसा लगता है कि इस एसोसिएशन को माननीय उच्च न्यायालय के फैसले से पहले ही पता है कि फैसला किसके पक्ष में आने वाला है.
Also Read: Exclusive: अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप के नाम से यूनिवर्सिटी, हाथरस में राजा की प्रतिमा की बेकदरीज्ञापन जिस लेटर पैड पर दिया गया है, उस पर कहीं भी एसोसिएशन का रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित नहीं है. लेटर पैड पर एसोसिएशन के कार्यालय का भी पता नहीं लिखा हुआ है. लेटर पैड पर कहीं भी एसोसिएशन या किसी पदाधिकारी का मोबाइल नंबर भी नहीं है. संदिग्ध ज्ञापन पर राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार महेश कुमार को बताया कि जिस एसोसिएशन ने यह ज्ञापन दिया है, उसके प्रमाणिकता की जांच कराई जाएगी.
रिपोर्ट : चमन शर्मा