बीपीएससी पेपर लिक मामले में अब आरा के एक और कॉलेज की भूमिका संदिग्ध पाई जा रही है. बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के पर्चा लीक के मामले में शहर के महाराजा कॉलेज भी डीजीपी द्वारा गठित एसआइटी की जांच के जद में आ गया है. इसको लेकर पुलिस द्वारा शुक्रवार को कॉलेज पहुंच कर कॉलेज में लगे सीसीटीवी को खंगाला गया.
बता दें कि शिक्षा विभाग के एक अधिकारी द्वारा कुंवर सिंह कॉलेज में परीक्षा के दौरान दो कर्मियों को परीक्षा में ड्यूटी देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन महाराजा कॉलेज के केंद्राधीक्षक द्वारा कॉलेज में क्षमता से अधिक कर्मचारी रहने के कारण परीक्षा ड्यूटी देने से इन्कार कर दिया गया. वहीं, महाराजा कॉलेज में परीक्षा के दौरान एक छात्रा दूसरे जगह बैठ कर परीक्षा दे रही थी. जांच के क्रम में कॉलेज प्रबंधन द्वारा संज्ञान आने पर उसकी परीक्षा को रद्द कर दिया गया.
गौरतलब है कि आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज में बीपीएससी प्री परीक्षा को लेकर हंगामा हुआ था. जिसके बाद यह सेंटर जांच दायरे में आया. पेपर लीक होने के बाद इस सेंटर पर जांच की आंच सबसे अधिक पड़ी.
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अभ्यर्थियों ने सेंटर पर धांधली का आरोप लगाया था. वहीं पेपर रद्द होने के बाद जब जांच प्रक्रिया शुरू हुई तो ईओयू ने कॉलेज के प्राचार्य, सेंटर सुपरिटेंडेंट, डिप्टी सुपरिटेंडेंट व एक बीडीओ को गिरफ्तार कर लिया था. लंबी पूछताछ के बाद सेंटर पर लापरवाही की पुष्टि होने के बाद ये कार्रवाई की गयी थी.
इधर बीपीएससी पेपर लीक मामले की जांच अभी भी जारी है. ईओयू ने कुछ और लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं जांच के घेरे में एक आईएएस अधिकारी भी आए हैं जिन्होंने परीक्षा शुरू होने के पहले ही वायरल पेपर बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक के फोन पर भेजा था. उन्होंने उस वायरल पेपर को फॉरवर्ड किया था.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan