मनीष गुप्ता हत्याकांड में उनकी पत्नी ने ट्वीट कर सीबीआई जांच शुरू करने की मांग की है. लेकिन 13 दिन बीत जाने के बाद जब सीबीआई जांच के लिए कोई अफसर उनसे और उनके परिवार से मिलने नही पहुँचे तो उन्होंने ट्वीटर पर ट्वीट किया और पूछा कि आखिर कब होगी सीबीआई जांच. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद मीनाक्षी ने कहा था कि सीबीआई जांच कराने की मांग सरकार ने मान ली है.
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मीनाक्षी ने ट्वीट कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े किए है. सवाल उठात हुए उन्होंने कहा कि सबूतों से खिलवाड़ किया जा रहा है. आखिर सीबीआई जांच कब होगी. वहीं मीनाक्षी ने संजीत अपहरण हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि संजीत केस में 14 महीने बाद सीबीआई जांच शुरू हुई है. अगर ऐसे ही मनीष के केस में देरी हुई तो जांच के नाम पर सबूतों के साथ मे खिलवाड़ हो जाएगा.
आपको बता दें कि गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में एक निजी होटल में पुलिस कर्मियों की बर्बरता से पिटाई के दौरान मनीष की मौत हो गई थी, परिजन पोस्टमार्टम के बाद मनीष का शव कानपुर ले आये थेे, लेकिन अंतिम संस्कार कराने से मना कर दिया था. 29 सितंबर को 10 घण्टे तक पुलिस के समझाने के बाद पुलिस ने मुख्यमंत्री से मिलने से आश्वासन दिया था, तब परिजनों ने अंतिम संस्कार करवाया था.
मनीष गुप्ता का पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल से होने के बाद भी पत्नी मीनाक्षी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं. मीनाक्षी ने ट्वीट कर कहा कि पुलिस ने पैनल के डाक्टरों से मिलीभगत करके जाहिरा चोटों का जिक्र रिपोर्ट में नहीं करने दिया है. पति के गले में दाहिनी ओर खून जमा होने की फोटो है. चोट को देखकर यही लगता है कि किसी लाठी जैसी चीज को गले में फंसा कर दबाया गया, जिससे वह सिर न उठा सकें. इस चोट का जिक्र पैनल में शामिल डाक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं किया है.
इस दौरान उन्होने ट्वीट कर फ़ोटो लगाई जिसमे हाथ पर घाव था उस जगह का पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र न होने पर उन्होंने डॉक्टरों और पुलिस की मिलीभगत बताई है.