बेरमो. बेरमो अनुमंडल के उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट के पेंक स्थित जमुनिया गांव में 22 मार्च 2013 में माओवादी एरिया कंमाडर प्रवील उर्फ फुलचंद मांझी के निर्माणाधीन आवास को माओवादियों ने लैंड माइंस लगाकर ध्वस्त कर दिया था. इस मामले में शामिल माओवादी मंगर मांझी को पेंक-नारायणपुर थाना के थाना प्रभारी सुमन कुमार ने गुप्त सूचना के आधार निमियाघाट थाना क्षेत्र के चंदनकुरवा से गिरफ्तार कर तेनुघाट जेल भेज दिया है.
लेवी का पैसा गबन कर आलीशन मकान बना रहा था माओवादी प्रवील
जानकारी हो कि एरिया कंमाडर प्रवील उर्फ फुलचंद मांझी पर आरोप लगाया था कि लेवी का पैसा गबन कर जमुनिया गांव में एक आलीशन मकान बना रहा था. जिसकी लागत 20 लाख की लागत बतायी गयी थी. तत्कालीन एसपी साकेत कुमार सिंह ने उस समय इस बात की पुष्टि की थी. इसकी सूचना मिलने पर माओवादियों ने अपने स्तर से जांच कर 22 मार्च 2013 को तीन शक्तिशाली लैंड माइंस लगा विस्फोट कर मकान को ध्वस्त कर दिया था. हांलाकि इस घटना से पूर्व माओवादी प्रवील उर्फ लालचंद मांझी पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. उस समय उसके घर के सामने स्थित मचान से छुपाकर रखा लाखों रूपया भी जब्त किया था.
विस्फोट मामले में कई माओवादियों पर हुई थी एफआईआर
जानकारी हो कि घटना के बाद पेंक-नारायणपुर थाना (नावाडीह) में कांड संख्या-34/2013 के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में गिरीडीह के सबजोनल कंमाडर अजय महतो, संतोष महतो, मुखलाल महतो, बालदेव मुर्मू, मंगरा मांझी, सोनालाल सोरेन, शिबू मांझी सहित 10-15 अज्ञात माओवादियों पर नावाडीह के तत्कालीन थाना प्रभारी दीपक कुमार ने मामला दर्ज किया था. ऐसे में अन्य माओवादियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रहीं है.
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बता दें कि इस मामले में पुलिस को दस साल से माओवादी मंगर मांझी की तलाश थी. एक अभियान के तहत इसे पकड़ा गया है. इस अभियान में थाना प्रभारी सुमन कुमार के अलावा पु.अ.नि. मुणा कुमार राणा सहित जैप के जवान भी शामिल थे.