Mathura: आगरा की एंटी नारकोटिक्स टीम ने मथुरा में नशे का कारोबार करने वाले चार तस्करों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से गाड़ी में छुपा कर ले जा रहे 50 किलो चरस को भी बरामद किया है. बरामद की गई चरस की बाजार में कीमत करीब 3 करोड रुपए बताई जा रही है. पुलिस सभी अभियुक्तों से पूछताछ करने में जुटी हुई है.
बुधवार देर रात को आगरा की एंटी नारकोटिक्स टीम ने नशे के इंटरनेशनल सिंडिकेट से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है. यह सभी यमुना एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा से पकड़े गए हैं. एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सीओ इरफान नासिर खान ने बताया नारकोटिक्स टीम आगरा को सूचना मिली कि सफेद रंग की टाटा सफारी गाड़ी में चार लोग आगरा की तरफ से मथुरा होते हुए नोएडा जा रहे हैं. और उनके पास चरस की बड़ी खेप है. सूचना मिलते ही टीम एक्टिव हो गई. नारकोटिक्स टीम मथुरा टोल पहुंची और सफारी गाड़ी का इंतजार करने लगी.
वही मथुरा के मांट थाना क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर सुबह से ही बेरिकेट लगाकर जगह-जगह वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी गई थी. चेकिंग के दौरान सफेद रंग की टाटा सफारी को रुकवाया गया. गाड़ी में बैठे सवार टीम को देखकर भागने का प्रयास करने लगे. टीम ने घेराबंदी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ शुरू कर दी.
आरोपियों से पूछताछ के बाद गाड़ी के मडगार्ड को चेक किया गया. मडगार्ड पर विशेष रूप से कवर लगाकर बॉक्स बनाया गया था. इसमें पैकेट में चरस रखी गई थी. आरोपियों में मोहम्मद शाहिद, नूर अहमद, नूर आलम निवासी चमरौली, दरियाबाद बाराबंकी और आबिद निवासी टिकैत नगर बाराबंकी है. इस ग्रुप का सरगना आबिद है. पूछताछ में पता चला कि वह नेपाल के नशे के सिंडिकेट से जुड़ा हुआ है.
नेपाल के तस्कर उन्हें बिहार के चंपारण जिले में चरस देते हैं. इसके बाद वह गाड़ी में छुपा कर चरस लेकर आते हैं. काफी समय से यह काम करते आ रहे हैं. वह लखनऊ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली में सप्लाई करते हैं. इस माल को भी हरियाणा में खफाने ले जा रहे थे. वहीं नारकोटिक्स विभाग की टीम और पुलिस ने जब मडगार्ड के कवर को खोल तो वह दंग रह गई. कर में तस्करी कर लाई जा रही चरस छिपा रखी थी जो करीब 50 किलो थी.