यूपीः अलीगढ़ में महापौर पद के निर्दलीय प्रत्याशी ने योगी और मोदी के मंदिर बनाने का ऐलान किया है. उन्होंने सोमवार को मोदी योगी मंदिर का शिलान्यास भी किया. इससे पहले उन्होंने अपने कार्यालय का उद्घाटन एक दलित समाज के व्यक्ति से कराया था. यह निर्दलीय प्रत्याशी डॉक्टर एलबी दयाशंकर है. इनके पिता डॉ अमरनाथ 17 बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लोकसभा, विधानसभा और नगर पालिका का चुनाव लड़ चुके हैं.
हालांकि डॉक्टर एलबी दयाशंकर कहते हैं कि भाजपा ने हमें टिकट नहीं दिया. उन्होंने बताया कि मोदी और योगी जी का संयुक्त मंदिर बनाया है. जो हिंदुस्तान का पहला मंदिर होगा. यहां दोनों की तस्वीरें और मूर्तियां लगेंगी. अभी तक जहां भी सुनाई पड़ा है तो कहीं केवल योगी का मंदिर है या फिर मोदी का मंदिर है लेकिन अलीगढ़ में योगी मोदी का संयुक्त मंदिर होगा.
देहली गेट इलाके के एलबी दयाशंकर कहते हैं कि इसका मकसद सिर्फ इतना है कि जो लोग जीवित है और अच्छा काम कर रहे हैं. उनकी पूजा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो आदमी जीवित है, अच्छे कार्य कर रहा है. उसको हम नहीं पूजते. उसका विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर हम मोदी जी का इसी समय समर्थन करें. योगी जी का समर्थन करें तो किसी अन्य पार्टी की जरूरत नहीं है. उन्होंने अपने घर पर राष्ट्रहित सर्वोपरि का नारा दिया है. जिसका मकसद उन्होंने बताया कि नेशन फर्स्ट होना चाहिए. राष्ट्रहित पहले होना चाहिए. सैनिक अपना बलिदान राष्ट्र के हित में पहले देता है .1962, 65 में लड़ाइयां हुई. कितने सैनिकों ने बलिदान दिया. कारगिल में सैनिक बलिदान हुए. वह राष्ट्रहित में ही हुए.
एलबी दयाशंकर बताते हैं कि मेरे परिवार में यह 19 वां चुनाव है. इससे पहले 17 चुनाव पिता डा अमरनाथ लड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में अच्छे लोग आना चाहिए. समाज में अच्छी विचारधारा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं योगी मोदी के साथ हूं. मैंने भाजपा से टिकट मांगा था. लेकिन नहीं मिला. उन्होंने कहा कि भाजपा का प्रत्याशी कभी भी कैंसिल हो सकता है इसी उम्मीद पर चुनाव लड़ रहा हूं.
Also Read: अलीगढ़ पुलिस का दावा यू-ट्यूबर 294 की स्पीड से चला रहा था बाइक, पिता दुर्घटना मानने को नहीं राजी, दी तहरीरमंदिर निर्माण की अनुमति प्रशासन द्वारा मिलने के सवाल पर कहा कि मंदिर निर्माण जैसे अच्छे कार्यों की अनुमति नहीं ली जाती है. उन्होंने कहा कि भंडारा कर रहा हूं. उसके परमिशन की जरूरत नहीं है. मैं किसी की पूजा कर रहा हूं तो किसी अनुमति की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर मैं कत्ल कर रहा हूं तो उसमें मुझे आईपीसी सजा दे सकती है. लेकिन मंदिर निर्माण में और पूजा करने में कोई सजा नहीं है.
उन्होंने बताया कि मैं अपने घर के कार्यालय में योगी मोदी मंदिर बना रहा हूं. पत्थर की मूर्ति यहां पर लगेगी. उन्होंने कहा कि मैंने भगवान के दर्शन नहीं किए, लेकिन योगी मोदी जीवित भगवान है. इनकी पूजा करेंगे और लोगों को संदेश देंगे, कि जो अच्छा काम करने वाले जीवित लोग हैं .उनकी पूजा कर लीजिए, तो बेहतर है. उन्होंने कहा कि जीवित लोगों को पूज लो, तो श्राद्ध नहीं करना पड़ेगा. हम लोग जीवित को नहीं पूजते, अपने बूढ़े मां बाप को पानी भी नहीं पिलाते. उन्होंने कहा कि योगी मोदी हमारे देश के रक्षक है इनका सम्मान करें.
हालांकि डाक्टर एलबी दया शंकर के समर्थकों इन्हे भाजपाई ही मानते है. और कहते है कि हम योगी मोदी के समर्थक है, क्योंकि वह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हैं. समर्थकों का कहना है कि डॉक्टर साहब भी बीजेपी के है भले ही उनको टिकट न मिला हो. स्थानीय निवासी सागर सिंह बताते है कि यहां सफाई अभियान चलना चाहिए. नालियों में गंदगी रहती है. लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. जाम की समस्या रहती है. वही एलबी दयाशंकर के बारे में बताया कि यह जुझारू, कर्मठ, मेहनती है. स्तानीय निवासी अर्जुन बताते हैं कि अलीगढ़ के स्मार्ट सिटी के लिए डा एलबी दयाशंकर ने प्रयास किया है.
रिपोर्टः अलीगढ़, आलोक